बस्ती । पुरानी पेंशन नीति बहाल किये जाने की मांग को लेकर कर्मचारी, शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी मंगलवार को अध्यक्ष उदयशंकर शुक्ल के नेतृत्व में हजारों की संख्या में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पहुंचे और यहां से पद-यात्रा करते हुये जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर सभा कर सांकेतिक गिरफ्तारी दिया। एसडीएम सदर ने 1296 लोगों को हिरासत में लेकर मौके पर ही रिहाई की घोषणा किया।
सभा को सम्बोधित करते हुये उदयशंकर शुक्ल ने शिक्षकों, कर्मचारियों, सफाई कर्मियों का आवाहन किया कि पेंशन कर्मचारी का अधिकार है, उसे छीना जाना पूरी तरह से संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है। जब तक पुरानी पेंशन नीति बहाल नहीं हो जाता चरणबद्ध ढंग से आन्दोलन जारी रहेगा। 18 फरवरी को कर्मचारी, शिक्षक लखनऊ पहुंचकर गिरफ्तारी देंगे।
सभा को कार्यकर्ता के.के. तिवारी, राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद अध्यक्ष अतुल कुमार पाण्डेय, महामंत्री वेद प्रकाश मिश्र, राघवेन्द्र प्रताप सिंह, शैल शुक्ल, विजय प्रकाश चौधरी, बब्बन पाण्डेय, राजकुमार सिंह, महासंघ के सुनील कुमार पाण्डेय, महेश मास्टर, के साथ ही राम सहाय, कुसुमलता, उदयभान दूबे, अम्बिका पाण्डेय, आदि ने सम्बोधित करते हुये कहा कि केन्द्र और प्रदेश की सरकार शिक्षकों, कर्मचारियों के धैर्य की परीक्षा न ले और पुरानी पेंशन नीति को बहाल किया जाय।
जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष गिरफ्तारी देने वालों में कन्हैयालाल भारती, अखिलेश चौधरी, अंजना पाण्डेय, परिणीता, उर्मिला शुक्ल, सरिता पाण्डेय, रीता शुक्ल, कुसुम लता श्रीवास्तव, स्नेहा, अनुराधा, दिव्या त्रिपाठी, पूजा त्रिपाठी, उर्मिला मिश्रा, खुशबू, फैजान अहमद, रवि श्रीवास्तव, ज्योति शुक्ल, इन्द्रसेन मिश्र, दिवाकर सिंह, विजय प्रताप वर्मा, चन्द्रशेखर पाण्डेय, रमेश चन्द्र चौधरी, अखिलेश श्रीवास्तव, सूर्यप्रकाश शुक्ल, सत्य प्रकाश शुक्ल, राजेश चौधरी, कुंवर राकेश प्रताप सिंह, असलम, फैजान अहमद, प्रतिभा पाण्डेय, ज्योति शुक्ल, प्रियंका गुप्ता, अंगद पाण्डेय, शुभेन्दु सिंह, योगेश्वर शुक्ल, प्रमोद पासवान, दिवाकर सिंह, तैय्यब अली, सुरेन्द्र यादव, चन्द्रभान चौरसिया, लालजी निषाद, तुलसीराम, अवनीश त्रिपाठी, रमेश विश्वकर्मा, भाष्कर दूबे, देवेन्द्र वर्मा, अभिषेक उपाध्याय, दिवाकर सिंह, तरूण कुमार, के साथ अनेक शिक्षक, कर्मचारी शामिल रहे।