मुंबई। बृहन्मुंबई महानगरपालिका शिक्षण विभाग में कार्यरत शिक्षकों एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को 2 दिन स्कूल में हाजिर होने के आदेश को अव्यवहारिक बताते हुए इस आदेश को रद्द करने की मांग की है। शिक्षक यूनियन शिक्षक सेना तथा शिक्षक सभा ने महाराष्ट्र की शिक्षामंत्री वर्षाताई गायकवाड, आरोग्य मंत्री राजेश टोपे, महानगर पालिका आयुक्त इकबाल सिंह चहल, सह आयुक्त( शिक्षण) आशुतोष सलिल तथा शिक्षणाधिकारी महेश पालकर को पत्र लिखकर सौ प्रतिशत शिक्षकों की उपस्थिति का विरोध करते हुए इसे रद्द करने की मांग की है। शिक्षक यूनियनों का कहना है कि सौ प्रतिशत उपस्थिति को लेकर किसी प्रकार का अधिकृत परिपत्र जारी नहीं किया गया है। 2 जून से 14 जून तक ग्रीष्मावकाश होने के कारण अधिकांश शिक्षक अपने गांव में पहुंच चुके हैं। छुट्टी का परिपत्रक होते हुए शिक्षक किस तरह हाजिर हो सकते हैं?
जिलों तथा राज्यों की सीमाएं सील होने के कारण शिक्षकों का आना बेहद मुश्किल है । उनके आने के लिए किसी तरह का साधन उपलब्ध नहीं है । ठाणे, रायगढ़ ,पालघर जिलों के रेड झोन में रहने वाले शिक्षक अपनी सोसाइटी के बाहर ही नहीं निकल सकते। मुंबई आने के लिए उन्हें जिलाधिकारी तथा स्थानीय पुलिस स्टेशन से परवानगी लेनी पड़ेगी, जो आसान काम नहीं है। शिक्षक सेना के अध्यक्ष के पी नाईक तथा शिक्षक सभा के महासचिव के के सिंह द्वारा सौ प्रतिशत उपस्थिति से संबंधित आदेश को रद्द करने की मांग की गई है।