सूबे में सरकार बदलने से जनता को बड़ी उम्मीद थी परंतु लूट, हत्या और बलात्कार के मामले रूकने का नाम नही ले रहे है! जनपद जौनपुर के मड़ियाहूं कोतवाली क्षेत्र के ग्राम कुम्भ निवासी किशोरी रेशमा पुत्री कोलई सरोज उम्र 11 वर्ष की गला रेत कर हत्या कर उसकी लाश को श्रीपालपुर गांव में राजकुमार के खेत में फेंक दिया गया था।
शनिवार की सुबह जब खेत में ग्रामीण महिलाएं घास काटने गई तो देखा एक किशोरी की लाश फेंकी गयी है। जिसे देखकर महिलाओं ने शोर मचाया तो मौके पर ग्रामीण इकट्ठा हो गए जिससे उन्होंने पहचाना कि गुरुवार की शाम रेशमा अपने घर से गुम हो गई थी, जिसे परिजनों ने काफी तलाश किया था। ना मिलने पर प्रधान सुशील कुमार सरोज ने शुक्रवार को मड़ियाहूँ कोतवाली में गुमशुदगी की तहरीर दिया था। पुलिस भी तलाश कर रही थी, पर पता नहीं चल सका। किशोरी का गला रेत कर निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी और चेहरे पर तेजाब डाल दिया गया था, जिससे शव की पहचान न हो सके।
रेशमा की माँ मूक और बधिर है! सूचना मिलने पर मडियाहूं प्रभारी निरीक्षक त्रिवेणी लाल सेन, क्षेत्राधिकारी विजय सिंह मौके पर पहुंचे और लाश को उठाने की कोशिश करने लगे, इसी बीच मड़ियाहूँ ब्लाक प्रमुख लाल प्रताप यादव पहुंच गए और पुलिस अधीक्षक के आने तक लाश उठाने से मना करने लगे! किसी तरह पुलिस ने किशोरी की लाश को उठाकर अपनी गाड़ी से कोतवाली भेज दिया। तब तक ग्रामीणों ने पुलिस को घेर कर नारेबाजी करने लगे और लाश को वापस बुलाने पर पर अड़ गए और 2 घंटे तक पुलिस को बंधक बनाए रहे। जब तक लाश नहीं आ जाएगी तब तक यहां से आप लोग नहीं जा पाएंगे।
मृतक रेशमा पांचवी क्लास की छात्रा थी और दो बहनों में यह सबसे बडी थी!आरोप है कि गाँव का ही बाल गोबिन्द मुसहर जो कि अपराधी प्रवृत्ति का व्यक्ति है ने ही बलात्कार करने के बाद लाश को खेत मे फेका है! घर वालो कि तहरीर पर बाल गोबिन्द के रिश्तेदार नन्दू और मेंहीलाल को हिरासत मे ले लिया गया है! मड़ियाहूं ब्लॉक प्रमुख लाल प्रताप यादव ने पुलिस को अपराधीयों के संरक्षण देने का आरोप लगाते हुये कोतवाल त्रिवेणी लाल सेन को निलंबित करने की मांग की है!