मोढ़। स्थानीय बाजार में स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया सियरहा शाखा के अधिकारियों कर्मचारियों के ताना शाही रवैये से उपभोक्ताओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जाता है, कि छोटे व्यापारियों के लिए केंद्र सरकार ने मुद्रा लोन जैसी योजनाओं को चलाया ताकि व्यापारियों को किसी से कर्ज न लेना पड़े और बैंक में लेन-देन करते रहे। परन्तु बैंक कर्मचारियों के अड़ियल रुख से इस योजना पर पानी फिरता नजर आ रहा है। रेगुलर लेन-देन करने वाले व्यापारियों को भी बैंक अपने वकील के माध्यम से कानूनी नोटिस भेज कर मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही है।
बताया जाता है। कि पहले बैंक वालो की तरफ से सब को नोटिस जारी किया जा रहा है। जब नोटिस ले कर उपभोक्ता बैंक जाता है। तो उसके ऊपर बीमा करवाने का दबाव बनाया जाता है। बैंक के वकील साहब भी चुकी क्षेत्र के ही है। लिहाजा दबाव बनाकर बाकायदा वसूली भी होगी जिसमें कोई शंका नही है। व्यापारियों ने यूनियन बैंक के उच्च अधिकारियों से तथा जिलाधिकारी से मामले को संज्ञान में ले कर कार्यवाही करने की मांग की है। जिससे अनावश्यक रूप से व्यापारी प्रताड़ित न हो।
इनके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए