भदोही। भारत देश की भिन्नता में एकता ही है जो भारत को विश्व के अन्य देशों से अलग करता है। और इसका उदाहरण देश में अक्सर दिखाई भी देता है। भारत भले ही आधुनिकता में अपनी पैठ बनाने के लिए कमर कस कर तैयार है लेकिन आज भी भारत में आस्था व विश्वास विश्व के अन्य देशों से अधिक मान्यता है। जिससे यह सिद्ध होता है कि सच में पूर्वजों का सम्मान भारत में होना इसकी संस्कृति का एक अंग है।
जहां इसी समाज में कुछ लोग अपने बूढे माया-पिता का हालचाल नही लेते वही कुछ ऐसे भी लोग है कि पूर्वजों के पिंडदान के लिए मौसम की परवाह किये बिना बडे ही श्रद्धा व आस्था से गंगा घाटों पर दूर-दूर से आकर पिंडदान किये। जिले के बेरासपुर में उत्तर वाहिनी गंगा घाट पर शनिवार को लगातार बारिश के बावजूद भी लोग पिंडदान करते नजर आए। और पिंडदान के समय कुछ लोग छाता लेकर आए तो बहुत लोग भीगते ही पूर्वजों का पिंडदान किए।
सच में शनिवार को यह सिद्ध हो गया कि भारत में आस्था व विश्वास के आगे मौसम की बेरूखी को पीछे धकेल दिया और बडे ही भाव से पूर्वजों व पितरों का लोगों ने पिंडदान किया। बेरासपुर गंगा घाट पर बाढ के वजह से कीचड भी हो गया था लेकिन लोग कीचड की परवाह किये बिना पिंडदान करते दिखे। इस उत्तरवाहिनी गंगा घाट पर बेरासपुर, बीसा, जगापुर, सोनैचा, होलईपुर इत्यादि दर्जनों गांवों के लोगों ने पिडदान किया।