बस्ती : देश के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद की जयन्ती सोमवार को कमिश्नर्स कोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा अधिवक्ता दिवस के रूप में मनाया गया।
एसोसिएशन अध्यक्ष श्याम प्रकाश शर्मा ने कहा कि डा. राजेन्द्र प्रसाद एक कुशल अधिवक्ता थे और भारतीय संविधानसभा के अध्यक्ष के रूप में देश को एक समर्थ संविधान देने में उनका विशेष योगदान रहा है। अपने समय काल के वरिष्ठ अधिवक्ता होने के कारण उनकी जयन्ती अधिवक्ताओं द्वारा अधिवक्ता के दिवस के रूप में मनाया जाता है। अधिवक्ताओं के लिये यह प्रेरणा लेने का दिन है कि राजेन्द्र बाबू अधिवक्ता के साथ ही 10 वर्षो तक देश के राष्ट्रपति बने। एक अधिवक्ता को देश के प्रथम राष्ट्रपति बनने का गौरव प्राप्त है।
चेयरमैंन ओम प्रकाशनाथ मिश्र ने कहा कि सहजता, त्याग और सादगी राजेन्द्र बाबू की निधि है। उन्होने आजादी की लडाई से लेकर नव निर्माण तक अपना योगदान दिया। ऐसे महान लोगों को स्मरण रखने से रचनात्मक ऊर्जा मिलती है।
अधिवक्ता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को टी.एन. लाल, महामंत्री विनय बख्शी, महेश कुमार, सत्येन्द्रनाथ मतवाला, भागवत प्रसाद, रत्नेश श्रीवास्तव, टी. कुमार आदि ने सम्बोधित करते हुये डा. राजेन्द्र प्रसाद के योगदान को रेखांकित किया। शब्बीर अहमद, विनय कुमार, जगदीश प्रसाद, दीनानाथ यादव के साथ ही अनेक अधिवक्ता उपस्थित रहे।