उत्तर प्रदेश के काशी-प्रयाग मध्य से चर्चित धार्मिक गायक बाबा पांडेय अचानक बिना ‘जागरण मंच’ ही गद्गगद् हो उठे हैं। आखिरकार बिटिया ने टाॅप जो किया है। गौरतलब है कि भदोही जनपद के औराई तहसील व मिर्जापुर के बार्डर पर बसे कड़ेरूआ गांव के धार्मिक गायक बाबा पांडेय पुश्तैनी निवासी हैं, जिनकी बेटी साक्षी ने भदोही जिला के सेमराध अंतर्गत ‘श्री बृज भूषण सिंह सर्वोदय इंटर कालेज’ से दसवीं में टाॅप स्कोर करते हुए ८६ प्रतिशत अंक हासिल किया है।
मुख्यतः इसी कारणवश जहां गांव-समाज व रिश्तेदारों सहित करीबियों की बधाईयों ने खुशहाल कर दिया है, वहीं कुछ मलाल भी है। यूं तो इस परिवार पर माँ सरस्वती की कृपा पुश्तैनी रही है। बताया जाता है कि बाबा पांडेय के पिता दयाचरण पांडेय मिर्जापुर जिला मुजहरा गांव के प्राइमरी स्कूल से बतौर प्रधानाध्यापक २००२ में रिटायर हुए थे, जिसके बाद निरंतर नातिन-नाती को वे स्वयं पढ़ाते थे। २०१५ में उनके देहांत के बाद से यह जिम्मेदारी बाबा पांडेय पर पूर्ण रूप से आन पड़ी लेकिन उन्होंने भी बच्चों की शिक्षा-दीक्षा में कोई कोताही नहीं बरती।
बाबा पांडेय खुशमय होकर हमार पूर्वांचल से कहते हैं कि ‘ज्ञानपुर से ग्रेजुएशन तो हमनें भी किया था लेकिन इकलौता होने के कारण माता-पिता के सेवारत् रहा। संस्कार-संस्कृति के साथ सांस्कृतिक गीतों पर पुश्तैनी पारिवारिक समर्थन रहा लेकिन उक्त कला अदायगी की छटा स्कूल-कालेज व गांव-समाज के बाद बाहरी जागरण मंच पर २०१६ से परदेस ना जाकर बिखेरना शुरू किया। मेरी बहनें ही अब माता-पिता हैं और बेटी-बेटा ही नजरों की कठपुतली। आखिरी में हँसकर मलाल भी बयां कर दिए कि कुछ प्रतिशत अंक और आ जाते तो शायद ‘योगी महराज’ को इस बिटिया की भी याद जाती।