भदोही – काशी-प्रयाग मध्य के केन्द्र में बसे भदोही जनपद के ऊंज थाना पर सर्वाधिक जिम्मेदारी है क्योंकि काशी-प्रयाग का यहीं थाना मिलाप करवाता है। इसी थाना पर काशी से औराई (माडल) एवम् गोपीगंज (आदर्श) जैसी कोतवाली को चकमा देकर प्रयागराज की ओर बढ़ने वाले अपराधियों एवम् अपराध को रोकने की जिम्मेदारी है। इतना ही नहीं बल्कि प्रयागराज से काशी-प्रयाग मध्य (भदोही जनपद) से काशी (वाराणसी) की ओर घुसपैठ करते अपराध का भी यह मुख्य द्वार है। खैर..दुर्भाग्य यह है कि यह ऊंज थाना मुख्य हाइवे पर ऐसी जगह बसा है, जहां बाजार वगैरह नहीं होने के कारण हाई स्पीड दौड़ती अपराध की गाड़ियों से जान का जोखिम भी बहुत ज्यादा है। फिर भी पशु तस्करों को यहां जान की बाजी लगाकर दबोचने में खाकी वर्दीधारियों की जज्बेदार भूमिका रही है।
गौरतलब है कि पुलिस अधीक्षक भदोही राजेश एस. द्वारा चलाये जा रहे पशु चोरों व पशु तस्करों के खिलाफ अभियान के तहत अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजय कुमार के निर्देशन में व क्षेत्राधिकारी (ज्ञानपुर) यादवेंद्र यादव के नेतृत्व में ऊंज थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार की टीम ने शिकंजा कस दिया है। हमराह के मुखबीर खास की सूचना पर वाराणसी (काशी) की ओर से प्रयागराज की तरफ ट्रक में भैसों को क्रुरता पूर्वक बाँधकर ले जाया जा रहा था। वाहिदा मोड़ पर वाहन को रोकने का प्रयास करने पर चालक द्वारा जान से मारने की नियत से पुलिस कर्मियों को कुचलने का प्रयास किया गया। उनका पीछा कर कलिंजरा मोड़ पर उक्त वाहन को पकड़ लिया गया। जिसके सम्बन्ध में थाना स्थानीय पर मुकदमा पंजीकृत करके वाहन को सीज किया गया। भदोही जनपद पुलिस द्वारा गुरुवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक अभियुक्तगणों को न्यायालय भेजा दिया गया।
बरामदगी विवरण एवम् अभियुक्त..
ट्रक नं. UP 44 T 3787 से 14 राशि भैंस की बरामदगी एवम् अभियुक्तगण नजबे हसन पुत्र हबिदउल्ला डिलावलपुर थाना पीपरपुर जनपद अमेठी के साथ मोहम्मद सहजाद पुत्र मंसुर अली निवासी डिलावलपुर थाना पीपरपुर जनपद अमेठी सहित हसन पुत्र मोहम्मद आबिद निवासी महुअरिया कसाईटोला थाना शहर कोतवाली मिर्जापुर की गिरफ्तारी हुई है।
चौकन्ना थे ऊंज थाना प्रभारी..
मुखबीर की विशेष सूचना एवम् उच्चाधिकारियों निर्देश पर थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार जहां चौकन्ने थे, वहीं उनकी टीम के उप निरीक्षक विरेन्द्र प्रताप सिंह, कांस्टेबल पंकज कुमार एवम् विनोद जायसवाल ने वाहिदा मोड़ पर जान जोखिम में पड़ने के बाद भी हिम्मत नहीं हारा। इसी सक्रियता से सफलता कलिंजरा मोड़ पर मिली। ज्ञात हो कि पशु तस्करों से टक्कर लेने में इससे पहले ऊंज थाना प्रभारी सत्यनारायण मिश्र एवम् राजेश कुमार पाण्डेय की टीम ने भी कोई कोताही नहीं छोड़ी थी और जान जोखिम में डाला था लेकिन शिकंजा कसने में सफलता भी हाथ लगी थी।
आदर्श कोतवाली कब जागेगी..?
भदोही जनपद के हाइवे थानों में शुमार आदर्श कोतवाली सदैव ही विवादों में घिरती रही है लेकिन इसी कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत पिछले वर्ष सर्वाधिक गांजा, शराब माफिया एवम् पशु तस्करों पर कार्यवाही तत्कालीन कोतवाल सुनील वर्मा द्वारा एवम् उससे पहले कोतवाल सुनील दत्त दूबे द्वारा किया गया था और उक्त रिकार्ड चेक किया जाय तो करीबन इस वर्ष 25% भी उक्त कार्यवाही की एवज शिकंजा ड्यूटीबाज कोतवाल नहीं कस पाये हैं।
पशु तस्करों का नया मार्ग..
पशु तस्करों की गाड़ी पकड़वाने वाले एक मुखबीर की मानें तो इन दिनों वाराणसी (काशी) की तरफ से प्रयागराज की ओर जाने वाली गाड़ियों को मिर्जापुर होते हुये गोपीगंज तिराहे से ले जाया जा रहा है। ऐसे में गोपीगंज आदर्श कोतवाली की भूमिका संदेहास्पद है कि चाक-चौबंद तिराहे पर पुलिसकर्मियों का पहरा होने के बाद भी पशु तस्करों की गाड़िया आदर्श कोतवाली के सामने से दिन दहाड़े गुजर रही हैं। यह भी कटु सत्य है कि मिर्जापुर तिराहे से गोपीगंज कोतवाली तक काफी भीड़भाड़ वाला इलाका है और यहां आसानी से पशु तस्करों की गाड़ियां पिछले वर्ष पकड़ी जाती थी।