सकारात्मक खबरों का प्रभाव समाज में किस कदर पड़ता है, इसका जीता जागता सबूत तब मिला जब हमार पूर्वांचल की खबर पढ़ने के बाद बृद्ध मां का बेटा उसे लेने घर से निकल पड़ा। सुरियावां थाने में बैठी अपनों की झलक पाने को बेचैन मां की आंखों में सूकून लौट आया। यह खबर का असर भले हो,लेकिन श्रेय पूरी तरह कोतवाल सुनील दत्त दूबे को जाता है, जिन्होंने मानवता को ही अपना फर्ज समझा।
बता दें कि रविवार को एक बृद्धा सुरियावां स्टेशन पर मिली थी जो अपने परिवार से बिछुड़ गयी थी। श्री दूबे उसे लेकर थाने आये और उसके परिवार का पता लगाना शुरू किया। इसकी खबर हमार पूर्वांचल में छपने के बाद बृद्धा के परिजनों ने पढ़ा और उसे लेने निकल पड़े।
कोतवाल सुनील दत्त दूबे ने हमार पूर्वांचल को बताया कि बृद्धा के बेटे राजकुमार का फोन उनके पास आया। उसने बताया कि हमार पूर्वांचल की खबर से पता चला है कि मेरी मां आपके थाने में है। श्री दूबे द्वारा बताने पर वह उसे लेने घर से निकल गया है।