विद्यालय जिसे शिक्षा का मंदिर कहा जाता है। जहां पर बच्चों का भविष्य संवारा जाता है। जहां से नौनिहाल शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात देश के निर्माण में अपनी महतवपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वहीं विद्या का मंदिर जब अपना अमानवीय चेहरा दिखाने लगे और बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने लगे तो सहज ही कल्पना की जा सकती है कि ऐसे विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य क्या होगा।
ऐसा ही एक चौंकाने वाला मामला है भदोही जिले के गोपीगंज से जहां कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में छात्राओं से बर्तन धोने, फर्श पर पोंछा लगाने और शौचालय साफ कराने का मामला सामने आया है। विद्यालय के इस अमानवीय चेहरे का वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन में हड़कम्प मचा हुआ है।
गौरतलब हो कि ऐसे आवासीय विद्यालयों को सरकार द्वारा बच्चों को शिक्षा देने के साथ उनके रहने की सुविधा और खाने की उत्तम व्यवस्था हेतु अच्छी खासी धनराशि उपलब्ध करायी जाती है। इसके बावजूद विद्यालयों के संचालक आये हुये धन को बंदरबांट कर लेते हैं। जिसकी वजह से विद्यार्थियों को वह सुविधायें नहीं मिल पाती हैं जो उनको मिलनी चाहिये।
विद्यालय का यह वीडियों वायरल होने के बाद क्षेत्र में तरह तरह की चर्चायें व्याप्त हो गयी है। खुलाशा हुआ है कि यहां पर पढ़ने वाले बच्चों से ही बर्तन साफ कराने के साथ फर्श पर पोंछा लगवाया जाता है। हद तो यह है कि इन्हीं बच्चों से शौचालय भी साफ कराया जा रहा है। बता दें कि ज्ञानपुर ब्लाक के अंतर्गत आने वाले इस विद्यालय में कक्षा 6 से 8 तक की छात्रायें रहकर पढ़ाई करती हैं। मामला खुलने के बाद जिलाधिकारी ने बीएसए को जांच के आदेश दिये हैं।