भदोही। देश के लिए अपनी जान न्यौछावर करने वाले वीर शहीद तिरंगे की रक्षा के लिए अपने जान की कुर्बानी दे दी लेकिन तिरंगा को झुकने नही दिया। लेकिन आज समाज में कुछ ऐसे लोग देखने को मिलते है जो अपने सम्मान के आगे तिरंगे के सम्मान को तुच्छ समझते है।
भदोही जिले में बाबू झूरी सिंह ने इस तिरंगें की रक्षा के लिए अंग्रेजों से लोहा लिया और वीरगति को प्राप्त हुए। और ही अनगिनत भारत मां के लाल देश और तिरंगा की रक्षा के लिए बलिदान हो गये। इसी भदोही में गणतंत्र दिवस की 71वीं वर्षगांठ पर डीघ ब्लाक के गांधी गांव में पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में गांधी के ग्राम प्रधान शैलेन्द्र चौरसिया बच्चों को पुरस्कृत कर रहे थे और उनके पैरों के पास तिरंगा झंडा पडा था। लेकिन ग्राम प्रधान ने तिरंगे झंडे की परवाह किए बिना अपने इज्जत के चक्कर में तिरंगे के सम्मान का ध्यान न दिया। और यह वाकया सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। और लोग इस पर कडी प्रतिक्रिया दे भी रहे है।
आखिर क्या कहां जाए लोगों को जो बिना संघर्ष किए आजाद देश में पैदा होकर तिरंगे के सम्मान का ध्यान नही दे रहे है। और आए दिन देश का तिरंगा इस तरह का अपमान झेलता है। इस पर गांधी के ग्राम प्रधान शैलेन्द्र चौरसिया का कहना है कि ऐसा कुछ नही है कोई फोटो को एडिट करके वायरल किया है जो किसी की साजिश हो सकती है।