भदोही । पिछले 20 साल में पहली बार ऐसा हो रहा है जब भदोही ही नहीं पूर्वांचल के बाहुबली का नाम लोकसभा चुनाव में उस तरह चर्चा में नहीं है, जिस तरह पहले हुआ करता था । 2019 के चुनाव में उस व्यक्ति की चर्चा उस तरह नहीं हो रही है जैसा उसका कद है । जी हाँ ! अब लोगो में यह चर्चा हो रही है कि अब विजय मिश्रा का पर कतर कर उनके कद को छोटा करने की कोशिश की जा रही है । जिसे लेकर उनके समर्थको में भारी आक्रोश देखा जा रहा है ।
गौर करने वाली बात है कि भदोही की राजनीति हमेशा ज्ञानपुर विधायक विजय मिश्रा के आसपास घूमती रही है ! किन्तु इस बार ऐसा नहीं है । इस बार विजय मिश्रा बेबस और मजबूर नजर आ रहे है । लोगो के मन में यह सवाल उठने लगा है कि क्या विजय मिश्रा का इतिहास अब खत्म होने वाला है ।
बता दें कि भदोही लोकसभा में रमेश बिंद को विजय मिश्रा को दरकिनार कर टिकट दिया गया । इसके बाद बाहुबली चुप्पी साध गए थे किन्तु पीएम मोदी के कार्यक्रम के एक दिन पूर्व श्री मिश्रा ने भाजपा प्रत्याशी को समर्थन दें दिया । लोगो को लग रहा था कि विजय मिश्रा मोदी के कार्यक्रम में शामिल होंगे और उन्हें उचित सम्मान दिया जाएगा । किन्तु ऐसा कुछ भी नहीं हुआ । विजय मिश्रा मंच पर आना तो दूर मंच के आसपास भी दिखाई नहीं दिए । कुछ लोगो का कहना है कि विजय मिश्रा कार्यक्रम में आए लेकिन भीड़ में गुम हो गए । वही कुछ लोगो ने यह भी कहा कि वे कार्यक्रम में नहीं आए ।
खैर श्री मिश्रा कार्यक्रम में क्यों नहीं आए यह वही जाने किन्तु मोदी के साथ उन्हें देखने कि तमन्ना दिल में संजोए उनके समर्थको को भारी निराशा हुई । अधिकतर लोगो की निगाहे अपने लोकप्रिय नेता को ढूंढ रही थी । जो ब्राह्मण विजय मिश्रा को ब्राह्मण शिरोमणि घोषित किये थे उन्ही की निगाहे श्री मिश्रा को ढूंढ रही थी । जब उन निगाहों को विजय मिश्रा नहीं मिले तो वे निराश होकर मोदी के भाषण को छोड़कर चल दिए । श्री मिश्रा के समर्थको का कहना था की जब उनके नेता का चुनाव से पहले ही अपमान हो रहा है उन्हें चुनाव बाद कैसे सम्मान मिलेगा ॥
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