भदोही: औराई के विधायक दीनानाथ भाष्कर ने फेसबुक पर डाले एक पोस्ट में लिखा कि मुझे किसी ने फेसबुक पर विभीषण की उपमा दी है। उन्हें मै ये बताना चाहता हूं कि मै विभीषण नहीं हूं, न ही दोगला हूं। सभी को सम्मान देता हूं, सम्मान की अपेक्षा करता हूं। सभी को अपना मानता हूं और अपने समाज का रक्षक हूं। मै अपने दलित होने पर गौरवान्वित महसूस करता हूं। जो मुझे जितना गाली देगा और अपमानित करेगा उसका उतना ही जनाधार बढ़ेगा। कुछ यह कहते हैं कि भाष्कर ने एस.सी/एस.टी. एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया है। उक्त सन्दर्भ में यह कहना चाहता हूं कि एस.सी/एस.टी. एक्ट का दुरुपयोग नहीं होगा, लेकिन दलित पर अत्याचार होगा तो उसपर मज़बूरी में एस.सी/एस.टी. एक्ट लगेगा। कुछ लोग मुझे फोरम पर अपनी बात रखने का सुझाव दे रहे हैं। जिन्होंने पिछले जिला-पंचायत चुनाव में जिला पार्टी और क्षेत्रीय पार्टी के आदेश के खिलाफ प्रेस कांफ्रेंस करके विरोध किया और अपना समानांतर प्रत्याशी पार्टी के खिलाफ उतारा और पार्टी का विरोध किया। इसी तरह का नंगा नाच विधानसभा के चुनाव में किया था। वह लोग मुझे शिक्षा दे रहे हैं। मुझे यह कहते हैं कि भाष्कर जिस थाली में खाते हैं उसी में छेद करते हैं। वे क्या भाजपा को हमारा घर नहीं मानते हैं? भाजपा राष्ट्रवादी, हिंदूवादी संगठन है, जिसे अपना घर मानता हूं और अपनी गलती को स्वीकार कर या दूर करके अपने परिवार को स्वच्छ, स्वस्थ एवं मजबूत बनाए रखना हमारी आवश्यकता है।