आरक्षण की मार से, जनता थी परेशान।
10% फिर से आया, सभी लोग हैरान।
सभी लोग हैरान, करूँ क्या भाई।
फिर से कोई चाल चली क्या, नेता ये भजपाई।
एम पी हारे छत्तिस हारे, हार गए राजस्थान।
तब इनको है याद आई, कहाँ गए सामान्य?
नया जिन्न अब हाजिर है, सेवा में भगवान।
वोट हमें ही देना तुम, 19 में शक्तिमान।
नोटा के सोटा से डर कर, सभी गए घबराय।
19 में यदि चल गया नोटा, सब कुछ हाय हाय।
सवर्ण देव को भोग लगाओ, नैया होगी पार।
वोट के खातिर सारी संसद, हो गयी सवार।
आज अचानक सभी दलों की, इच्छा शक्ति जागी।
वोट मिलेगा हमको भी, सो अंत: कलह है भागी।
नेक विधेयक पास कराये, इतने हम बड़ाभागी।
सब ने मिल कर साथ दिया, जैसे सब हों त्यागी।