दो दिन पूर्व भदोही जिले के सुरियावां थाना क्षेत्र के पलवार पुर में मिली लाश का खुलाशा हो गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पति ही अपनी पत्नी का कातिल निकला हैं। इस हत्याकाण्ड में अन्य परिजनों का शामिल होना भी बताया जा रहा है। क्राइम ब्रान्च भदोही ने खेत में गड़े हुये अज्ञात शव का खुलाशा लगभग कर दिया है। हालांकि अभी पुलिस ने अधिकारिक तौर पर खुलाशा नहीं किया है।
बता दें कि दो दिन पूर्व पलवार पुर के एक खेत में एक महिला का शव मिलने से हड़कम्प मच गया था। इसके बाद भदोही की क्राइम ब्रान्च की टीम ने इस चैलेन्ज को स्वीकार किया और सबसे पहले शव के शिनाख्त में जुट गयी। क्राइम ब्रान्च की टीम दिन भर गांव में डेरा डाले रही किन्तु कोई भी सुराग नहीं मिल रहा था। गांव वालों ने अपने मुंह पर ताला लगा लिया था। जिससे क्राइम ब्रान्च की टीम को परेशानी खड़ी हो गयी थी। लेकिन ऐसे हालात में कभी हार न मानने वाली टीम कहां पीछे हटने वाली थी। छानबीन के दौरान किसी तरह टीम को पता चल गया कि गांव से एक महिला के गायब होने की सुगबुहावट हो रही है। फिर क्या था इसकी सूचना उस महिला के मायके वालों तक पहुंचा दी गयी। अंदाजे पर ही किया गया काम निशाने पर लगा और उस महिला के मायके वाले पहुंचते ही शव की शिनाख्त कर लिये। इस घटनाक्रम में निम्नवत कहानी खुलकर सामने आयी है।
जानकारी के मुताबिक दुर्गागंज थाना क्षेत्र के गांव भवतर की निवासिनी सानिया सिंह का विवाह सुरियांवा थाना क्षेत्र के पलवारपुर दशरथपुर ग्राम निवासी बोधन सिंह के पुत्र रवि सिंह के साथ हुई थी । इस बीच पति-पत्नी के बीच दो संताने भी हुई। जिसमें 3 वर्षीय बालिका डेढ़ वर्षीय पुत्र है । चर्चा है कि शादी के बाद से ही विवाहिता सानिया सिंह को ससुराल जनों द्वारा दहेज प्रकरण को लेकर प्रताड़ित किया जाता रहा है। बीते 18 जुलाई बुधवार को देर रात पति और पत्नी के बीच हुए विवाद का मामला ऐसा तूल पकड़ा कि ससुराल जनों सहित पति के एक सहपाठी अखिलेश सरोज ने मिलकर शनीसिह की गला दबाते हुए निर्मम हत्या कर दी ।और शव को ठिकाने लगाने के लिए रात में ही पलवारपुर निवासी वीरेंद्र सिंह उर्फ बबली के खेत में उसे गाड़ दिए । सुबह होने पर मामले की जानकारी पुलिस को मिली और वहां पर काफी लोगों की भीड़ एकत्र हो गई ।
बताया जाता है कि घटना की खबर लगते ही मृतका के मायके वाले भी मौके पर पहुंचे और मृतका की पहचान कर दहाड़ मार कर रोने लगे । मिली जानकारी के मुताबिक शनीसिंह की गला दबाकर की गई हत्या में उसके ससुर बोधन सिंह पति रविसिंह ,धीरजसिह,रवि सिंह का एक अन्य सहपाठी अखिलेश सरोज शामिल रहे । जो पकड़े जाने के भय से हत्त्या के बाद घर छोड़कर फरार हो गये हैं । वही इस जघन्य हत्या में शामिल उसकी ननद निशासिंह भी मृतका के दोनों बच्चों के लेकर फरार बताई गई है।
हालांकि ससुसराल वालों ने पुलिस के सामने विवाहिता द्वारा फांसी लगाये जाने की बात कही और घराहट के कारण शव को खेत में गाड़ने की बात स्वीकारी लेकिन जिस पंखे से फांसी लगाने की बात कही जा रही है। उस पंखे पर धूल जमी हुई है। जिससे फांसी लगाने की बात बेमानी ही लगती है। दूसरी बात इस कहानी में पति रवि सिंह के सहपाठी अखिलेश सरोज की उस समय की उपस्थिति में सवाल खड़े कर रही है। हालांकि अभी तक पुलिस ने इस मामले का खुलाशा अधिकारिक तौर पर नहीं किया है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस हर पहलू के जांच के बाद ही मामले का खुलाशा करेगी लेकिन एक बार पुन: क्राइम ब्रान्च की टीम ने यह साबित कर दिया कि अपराधी उसकी निगाह से बच नहीं सकते।