Home खास खबर भदोही में दंगा फैलाने की साजिश ?

भदोही में दंगा फैलाने की साजिश ?

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कालीन नगरी भदोही जहां लोग एक दूसरे से ताने बाने की तरह जुड़े हुये हैं। हिन्दू हों या मुसलमान एक दूसरे के बिना सब अधूरे हैं। विश्व पटल पर करोड़ों का व्यवसाय करने वाली कालीन नगरी भदोही का खूबसूरत कालीन तभी तैयार होता है जब दोनों का हुनर और मेहनत एकजुट होकर अपनी कला बिखेरती है, लेकिन कालीन नगरी भदोही की गंगा जमुनी तहजीब में किसकी नजर लग गयी है जो यहां की शान्ति को भंग करने में लगा हुआ है।

भदोही हमेशा शान्ति और एकता की मिशाल पेश करता रहा है किन्तु अराजकतत्वों को यह एकता रास नहीं आती है और मौका मिलते ही अपनी विकृत मानसिकता का परिचय देने लगते हैं। इस समय सावन का महीना चल रहा है और कांवरियों की सुरक्षा के लिये अधिकतर पुलिस फोर्स जीटी रोड पर तैनात कर दी गयी है। ऐसे धार्मिक माह में लोगों की भावनाओं को भड़काने के लिये अराजतत्वों को अच्छा मौका था। वे जानते ही हैं कि गाय के प्रति हिन्दुओं की भावनायें जुड़ी हुई हैं और इसका लाभ अराजकतत्व उठाने का विचार बनायें होंगे। शायद उन्हें यह अंदेशा रहा होगा कि इस समय यदि बवाल होता है तो पुलिस की व्यस्तता रहेगी।

बता दें कि भदोही जिले के सियरहा भानूपुर गांव में कुछ अराजक तत्वों ने एक गाय को काट दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया। पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ करना शुरू कर दिया है। हालांकि घटना की खबर मिलते ही भदोही पुलिस ने तुरन्त एक्शन लिया और गाय के बचे हुये अवशेष को जब्त कर लिया। मामला त्वरित तौर पर शान्त कर दिया है, लेकिन लोगों में गाय कटने पर आक्रोश व्याप्त है। जिस तरह से यह घटना घटी है उसके पीछे किसी के साजिश की भी बू आ रही है। कहीं किसी ने भदोही में दंगा फैलाने की नियत से तो यह नहीं किया। इस पर भी चर्चा हो रही है। हालांकि भदोही की शान्तिप्रिय जनता ने अभी तक संयम का परिचय दिया है।

गौरतलब हो कि एक माह में गाय काटने की यह दूसरी घटना है। ग्रामीणों ने बताया कि इससे पहले वर्तमान घटनास्थल के बगल में स्थित एक तालाब के पास अराजकतत्वों ने ऐसी ही घटना को अंजाम दिया था किन्तु पुलिस ने उसे गंभीरता से नहीं लिया था। यहीं कारण था कि इस घटना के बाद लोग आक्रोषित हुये, फिर भी अपना संयम न खोकर पुलिस के उपर एक बार भरोसा जता दिया है।

आखिर कौन है इस काण्ड का मास्टर माइंड

देखने वाली बात है कि जहां पर गाय काटे जाने की घटना को अंजाम दिया गया है। वह लबे सड़क ही है। अराजकतत्व कौन थे यह किसी ने देखा नहीं है। यदि गाय के हत्यारे चाहते तो उसे अन्यत्र ले जाकर काटते और अवशेष भी गायब कर देते क्योंकि उनके पास भरपूर मौका था। वहीं ऐसा नहीं किया गया बल्कि एक छ: माह की गर्भवती गाय को काटने के बाद उसके शव को तितर बितर कर दिया गया। सुबह जिसने भी वह दृश्य देखा उसके रोंगटे खड़े हो गये। लोगों को अधिक गुस्सा न आये इसके लिये मौके पर पहुंचते ही पुलिस ने लोगों को फोटो लेने से रोका और दूर भगाकर गाय के अवशेष को उठा ले गयी। यहां तक कि फावड़े से खून को साफ करने की कोशिस भी की।

सवाल उठता है जिस जगह गाय की हत्या की गयी, उसके लिये वहीं जगह क्यों चुनी गयी जो हिन्दू बस्ती के पास थी। यदि वे चाहते तो गाय ही गायब कर देते कि जैसे कि पहले भी तीन गाय और एक भैंस उठा ले गये थे। लोगों का कहना है कि वहीं बगल में मुस्लिम बस्ती है जिसे नई बस्ती का नाम दिया गया है। उस बस्ती में रहने वाले कितने वर्ष पहले वहां पर बसे हैं। इसकी जांच की जानी चाहिये। गांव में हो रही चर्चाओं की मानें तो यदि उस बस्ती में रहने वाले लोगों के 30 साल पहले का आंकड़ा निकाला जाये तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आयेगे। सूत्रों की मानें तो उस बस्ती में 30 वर्ष पहले कुछ बांग्लादेशी भी आकर बसे हैं।

यदि नई बस्ती में बांग्लादेशी घुसपैठिये भी आकर बस गये हैं तो भदोही की गंगा जमुनी तहजीब पर कभी भी सवालिया निशान लगा सकते हैं। पुलिस भले ही इस घटना को अंजाम देने वालों को खोज रही है किन्तु इसके साथ ही नई बस्ती में रहने वाले सभी लोगों की जांच करनी चाहिये। वहां पर रहने वाला कौन शख्स कितने दिन पहले आकर बसा है और उससे पहले उसका खानदान कहां रहता है। इसकी जांच करना भी आवश्यक है। यदि इसे गंभीरता से नहीं लिया गया तो आने वाले दिनों में भदोही की गंगा जमुनी तहजीब पर कलंक लग सकता है।

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  1. […] का पेट भरने वाली गाय का हत्यारा कौन? भदोही में दंगा फैलाने की साजिश ? गर्भवती गाय को काट डाला, बवाल, तीन […]

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