भदोही। ज्ञानपुर के भुड़की में आयोजित श्रीमदभागवत कथा के संगीतमय प्रवचन में सोमवार को कथा व्यास राकेश जी महराज ने जीव व परमात्मा के संबंध में विस्तृत रूप से बताया।
महराज ने कहा कि जीव और परमात्मा का अभिन्न संबंध है। जीव का जन्म एक नाटक के पात्र के तरह होता है जो केवल मंचन करने के लिए आता है जबकि जीव का परम लक्ष्य मंचन ही नही मोक्ष सर्वोपरि है जो कई योनियों के जन्म के बाद मानव जीवन मिलता है जिसका परम लक्ष्य मोक्ष व भागवत प्राप्ति है। कहा कि समाज व धर्म की सेवा करना ही मानवता है। जीव अपने कर्म के अनुसार फल भोगना पड़ता है। भगवान कृपा के बारे मे कहा कि जीव यदि अंत समय में भगवान का नाम लेकर प्राण त्यागता है तो उसका कल्याण हो जाता है। सनातन धर्म के प्रचार प्रसार में ही राष्ट्र सेवा है। इस मौके पर भोलानाथ, रत्नेश, आनन्द, शिवप्रकाश, वीर चन्द समेत काफी संख्या में लोग मौजूद थे।