जनपद जौनपुर के सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के पतहना गांव निवासी 35 वर्षीय सरिता यादव पत्नी प्रदिप यादव पुत्र रामलौटन यादव में मुंबई के जोगेश्वरी में रहती थी!। पति के शराब पीकर आये दिन पिटाई से भयभीत होकर बचने के लिए भाग रही थी की ट्रेन की चपेट में आने से दोनों पैर कट गये और वह पूरी तरह से विकलांग होकर व्हील चेयर पर जीवन गुजारने के लिए विवश हो गयी। उसके तीन बच्चे है। इस हालत में ससुराल वालों ने उसे घर से भगा दिया। खाने को मोहताज महिला ने गुजर बसर के लिए मंगलवार को जिलाधिकारी से गुहार लगायी।
जिलाधिकारी दिनेश सिंह को दिये गये पत्रक में उसने बताया कि वह अपने पति के साथ जोगेश्वरी मुम्बई में रहती थी। पति उसे शराब पीकर मारता पीटता था। एक दिन पिटाई से बचने के लिए वह भागने लगी तो ट्रेन की चपेट में आकर दोनों पैर खो दिया। किसी प्रकार से वहां जान बचाकर ससुराल आयी तो ससुर और सास ने उसे भगा दिया। रोते विलखते अपने तीन अबोध बच्चों के साथ वह दो साल से अपने मायके आकर रहती है और उसके मायके वाले निहायत गरीब हैं और उसका जीवन यापन करने में असमर्थ है। पीड़िता ने जिलाधिकारी से गुहार लगायी कि उसे ससुराल में आवास और भोजन पानी की व्यवस्था के साथ आर्थिक सहयता प्रदान करायी जाय।
जिलाधिकारी ने उसकी बात सुनकर उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया। महिला को ट्रेन से पैर कटने का कोई सहायता रेल विभाग द्वारा नहीं मिला है। करंजाकला के भाजपा नेता निखिलेश सोनकर ने उक्त विकलांग को आर्थिक सहायता प्रदान किया।