मोढ़-सार्वजनिक सुविधाओं के अंगों में एक महत्त्वपूर्ण सुविधा सड़क का होना भी है। शायद इसी वजह से सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने जून 2017 तक सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने का निर्देश दिया था। वर्तमान में भले ही उस निर्देश में ढिलाई बरती जा रही हो परन्तु शुरुआत में इस निर्देश पर सख्ती बरतते हुए सभी सड़कों को गड्ढामुक्त करने करने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया था। भदोही जनपद की सड़कों की बात करें तो जनपद के सीमावर्ती गाँव में सड़कों का हाल बुरा है या अब तक सड़कें पहुंच नहीं पाई हैं।
जनपद का ऐसा ही गांव कनकापुर है जहाँ आजादी के 73 वर्ष बाद भी पक्की सड़क की सुविधा नहीं पहुंच पाई है। भदोही विधानसभा के मोढ़ क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इस गाँव में जाने के लिए केवल मिट्टी की सड़कें हैं, जिससे बारिश के दौरान गाँव में आने-जाने में काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। इस गाँव में जाने हेतु कोकलमऊ अथवा चौरापुर बैदान से होकर जाना पड़ता है। लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित कोकलमऊ के आगे की सड़क अब भी अधूरी पड़ी होने के कारण कनकापुर गाँव में जाने के लिए कोई पक्की सड़क नहीं है। वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता अशोक मिश्र ने बताया कि ग्रामवासियों ने अधिकारियों को कई बार रास्ते के बारे अवगत कराया लेकिन अब तक गांव पक्के मार्ग से नहीं जुड़ पाया है। सड़क के नाम पर गाँव से बाहर जाने के लिए मात्र 100 मीटर का खड़ंजा है इसके बाद पुनः पिच रोड तक जाने के लिए मिट्टी के मार्ग से होकर जाना पड़ता है।
ग्रामवासियों में भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता अशोक मिश्र, वतन दुबे, विजयनाथ मिश्र, हुबनारायण मिश्र, अधिवक्ता कमलेश मिश्र, पूर्व प्रधान प्रमोद यादव आदि जनों ने जिम्मेदार अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से गाँव कनकापुर को पक्की सड़क से जोड़ने की माँग की है।