भदोही! सभी कयासों पर विराम लगाते हुए रविवार की देर रात भाजपा ने भदोही जिले की दो सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए! जिले की भदोही विधानसभा से वर्तमान विधायक रवीन्द्रनाथ त्रिपाठी और औराई विधानसभा से विधायक दीनानाथ भास्कर पर ही भरोसा जताया है़! बात करे भदोही विधानसभा की तो यहा पर फिर सपा और भाजपा के बीच ही टक्कर होने के आसार है़! हालांकि निर्दलीय और दूसरे दलो के प्रत्याशी भी खेल बिगाड़ सकते है़!
2017 के चुनाव परिणामो पर नजर डाले तो भदोही में त्रिकोणीय मुकाबला हुआ था! जिसमे मात्र 1105 वोट से भाजपा को विजय मिली थी! जिसमें चुने गये विधायक रवीन्द्रनाथ त्रिपाठी ने 79,519 वोट पाये थे जबकि दूसरे नंबर पर सपा प्रत्याशी जाहिद बेग 78,414 वोट। तीसरे नंबर पर बसपा प्रत्याशी रंगनाथ मिश्र को 56555 वोट मिले थे। वहीं निषाद पार्टी से चुनाव लड़े डा. आरके पटेल को भी 11,433 वोट मिले थे।
योगी और मोदी के लहर में भी मात्र 1105 वोटो की जीत ही बताती है़ कि मुकाबला इस बार कड़ा होगा! हालांकि पूर्व मंत्री रंगनाथ मिश्रा का भाजपा में शामिल होना वोट प्रतिशत बढ़ा सकता है़! श्री मिश्रा के चुनाव मैदान में होने के कारण ब्राह्मण वोटो जो बंटवारा 2017 में हुआ था । इस बार वह भाजपा के लिए संजीवनी बनेगा! हालांकि अभी यह भी देखना है़ की बसपा किसे अपना प्रत्याशी घोषित करती है़! इस बार बसपा भदोही में लड़ाई से बाहर दिख रही है़ किन्तु उसके कैडर वोट उसके साथ होंगे! वैसे दलित समुदाय के काफी लोग भाजपा के प्रति योजनाओ का लाभ मिलने से प्रभावित है़ जो भाजपा के पक्ष में है़!
पिछली बार सपा और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़े थे! जिसका फायदा जाहिद बेग को मिला था किन्तु इस बार ऐसा नही है़! लेकिन जेडीयू ने युवा नेता डीएम सिंह गहरवार को मैदान में उतारकर कुछ हद तक भाजपा को झटका दिया ही है़!
भदोही विधानसभा में जातीय समीकरण
भदोही जिले के भदोही विधानसभा में लगभग 4 लाख 15 हजार मतदाता हैं । भदोही विधानसभा सीट के जातिगत समीकरण में ब्राह्मण, मुस्लिम और दलित मतदाताओं की संख्या लगभग समान हैं । जिसमे ब्राह्मण 80 हज़ार, मुस्लिम 65 हज़ार, दलित 60 हज़ार, यादव 40 हज़ार, वैश्य 35 हज़ार, मौर्य 25 हज़ार, ठाकुर ( क्षत्रिय )25 हज़ार, अन्य 80 हज़ार है़!