कल्याण:पूर्व के साकेत महाविद्यालय के बगल भारत बिल्डिंग के दूसरे मजले पर रहनेवाले रामकथा के मर्मज्ञ आदरणीय श्री श्री लवकुश जी महाराज जो भदोही जिले के रामपुर बजार के नजदीक गीतापुर बहेरूआ के निवासी है उन्होने वर्षो से मुंबई के माटुंगा क्षेत्र से हिन्दू एवं सनातन धर्म की शिक्षा आदरणीय श्री श्री सतपत्ति जी महाराज के सान्निध्य में ग्रहण कर मुंबई सहित ठाणे कल्याण एवं नासिक तक अनेको ब्राह्मण पंडित महोदयो को न सिर्फ हवन पूजा एवं कथा आदि के द्वारा रोजगार उपलब्ध करा रहे है बल्कि 23 नवंम्बर को कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर अपने निवास स्थान पर सुंदरकांड पाठ के आयोजन पश्चात सभी पंडित महानुभावो के साथ साथ सभी कलाकारगणो को भोजनासीन जगहो पर आसन देते हुए सम्मानित भी किए जो मुंबई में रहनेवाले पूर्वांचल के निवासियो के लिए न भूलनेवाली शाम बन गयी।
बतातें चलें कि शुक्रवार को शाम के 5 बजते ही भांडूप, बदलापूर ,विठ्ठलवाङी तथा डोम्बीबली आदि क्षेत्र के पंडित संतोष तिवारी महाराज, राघव महाराज, ननकू महाराज, कमलाशंकर महाराज के साथ साथ कलाकारो में दिनेश मिश्रा, संदीपलाल यादव,रंजय सिंह तथा छोटू गुप्ता आदि की भीङ जुटने लगी एवं देखते-देखते दर्जनो की तादाद पचासोजन में तब्दील हो गयी जो सभी पाठ भजन की चाशनी में गोते लगाने लगे जिन सभी को महानुभाव आदरणीय लवकुश उपाध्याय ने यथोचित सम्मानित भी किए तथा उन सभी कार्यक्रमो का समापन रात 10 बजे सुरूचि भोजन के साथ हुआ।