क्या आपने कभी सोचा है…?
“भारत के राष्ट्रपति भवन में तथागत बुद्ध की ही प्रतिमा क्यों लगाई गयी है…? किसी हिन्दू देवी-देवताओं की प्रतिमा क्यों नही ?
भारत के राष्ट्रपति भवन में तथागत बुद्ध की प्रतिमा लगाई गई है यह बुद्ध की प्रतिमा वेवजह नहीं बल्कि काफी सोच समझ कर और गहन मंथन कर लगाई गई है।
भारत के राष्ट्रपति भवन में अक्सर विश्व के दूसरे देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अतिथी आते रहते हैं भारत में बुद्ध ही एक महामानव है जिनकी सारे विश्व में पहचान बनी है। सारे विश्व के लोग तथागत बुद्ध को जानते हैं बुद्ध के शांति के संदेश से सारा विश्व परिचित है आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शांति की जरूरत बन चुकी है।
दोस्तो…ब्रह्मा , विष्णु, महेश, गणेश, परशुराम, दुर्गा, मनु को कौन जानता है विश्व में ?
किसी के चार सिर, किसी के दस हाथ, किसी के हाथ में भाला, किसी के हाथ में त्रिशूल, किसी के हाथ में तलवार?
इन काल्पनिक अपरिचितों की प्रतिमाओ को लगाकर विश्व में भारत की हंसी न उड़े व मज़ाक न बने इस लिए तथागत बुद्ध की प्रतिमा लगायी गयी है, और तथागत बुद्ध शांति और अहिंसा के मार्गदर्शक रहे है। इसलिए तथागत बुद्ध की प्रतिमा से शांति और अहिंसा का संदेश जाता है।
और इन हिंसक देवी-देवता की प्रतिमाओ को राष्ट्रपति भवन में देखकर हमारा देश भारत तत्काल आतंकी देश घोषित हो जाता और फिर इसे रोक पाना भी संभव नहीं होता।
देश की इज्जत-आबरु बचाने में गौतम बुद्ध ही पर्याप्त हैं …।