भदोही (मोढ़)- “एक तो करेला दूजे नीम चढ़ा”। ये कहावत भदोही जिले के भदोही थाना क्षेत्र के जगदीशपुर-कोकलमऊ मार्ग पर चरितार्थ होती दिख रही है। ज्ञात हो कि विधानसभा भदोही के अंतर्गत आने वाली यह 2 किमी लम्बी सड़क तत्कालीन विधायक डॉ. पूर्णमासी पंकज के संस्तुति पर स्वीकृति की गई थी एवं वर्ष 1997-98 में इसका निर्माण किया गया था। जगदीशपुर से कोकलमऊ सिद्धनाथ घाट तक इस सड़क को निर्माण के समय एक-एक किमी दो ठीकेदारों में विभक्त कर दिया गया था। एक ठीकेदार ने कार्य पूरा करा दिया। लेकिन दूसरे ने उक्त सड़क पर केवल बड़ी गिट्टी एवं मिट्टी डालकर छोड़ दिया। अब लगभग 20 वर्षों के बाद भी इस सड़क की दशा जस की तस है। इस बीच कई विधायक और सांसद बदले, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। यातायात की दृष्टि से यह सड़क इसलिए महत्त्वपूर्ण है कि यह सड़क भदोही जिले को जौनपुर जिले से जोड़ती है। जगदीशपुर, कोकलमऊ, कनकापुर व आस-पास के दर्जनों गाँव के लिए यह प्रमुख सम्पर्क मार्ग है।
अतिक्रमण की दोहरी मार झेल रही यह सड़क
लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित यह सड़क अधूरा छूटने के बाद अब अतिक्रमण की दोहरी मार झेल रही है। मिली जानकारी के अनुसार गाँव का ही एक व्यक्ति गिट्टी डले मार्ग को धीरे-धीरे 1-2 फिट गिट्टी निकालकर बाँस गाड़कर अतिक्रमण कर लिया है। जानकारी के मुताबिक व्यक्ति सड़क पर तिरपाल भी बांध रखा है। और सड़क की पटरियों पर पशु बांधता है। जिसकी वजह से राहियों को आवागमन में भी परेशानी होती है। लेकिन जिला प्रशासन इस पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है।
क्या इस मार्ग का अस्तित्व समाप्त करना चाहते हैं जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधि?
लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्मित इस सड़क का अस्तित्व समाप्त होता दिख रहा है। इस पर न ही लोक निर्माण विभाग एवं जिला प्रशासन और न ही वर्तमान विधायक व सांसद ध्यान दे रहे हैं। इस पर यह प्रश्न उठना स्वाभाविक है कि क्या भदोही जिला प्रशासन और भदोही के जिम्मेदार जनप्रतिनिधि सांसद और विधायक जानबूझकर इस सड़क का अस्तित्व खत्म करना चाह रहे हैं? यदि नहीं तो इस सड़क की सुरक्षा क्यों नहीं की जा रही है? जिला प्रशासन भदोही एवं लोक निर्माण विभाग भदोही सरकारी संपत्ति की इस क्षति को क्यों नहीं रोक रही है?
लोक निर्माण विभाग द्वारा अधूरी निर्मित इस सड़क पर हो रहे अतिक्रमण को तत्काल रोकने की आवश्यकता है। एवं इस सड़क के पूरे निर्माण की नितान्त आवश्यकता है।