पूर्वांचल के गौरव अजय एल. दूबे ने अपनी जन्मभूमि भदोही के साथ कर्मभूमि मुम्बई का बढ़ाया मान
पूर्वांचल की माटी हमेशा प्रेम, संस्कार और स्वाभिमान से जीने की प्रेरणा देती है। यहीं वजह है कि इस मिट्टी से जुड़े लोग देश के किसी भी कोने में रहे अपनी माटी की महक को हमेशा बिखेरते रहते हैं। अपने कार्यों से देश व समाज का गौरव बढ़ाने में पूर्वांचल की माटी का हमेशा सहयोग रहा है। मुम्बई में ऐसे कई समाजसेवी हैं जिन्होने अपने सामाजिक कार्यों की धमक का अहसास लोगों को कराया है।
ऐसी ही एक शख्शियत हैं काशी प्रयाग मध्य के ऐतिहासिक व धार्मिक जिला भदोही के मानिकपुर गांव निवासी अजय लक्ष्मीकान्त दूबे, जिन्होने अपने समाजसेवा के कार्यों से लव—कुश की जन्मस्थली और मां सीता की शरणस्थली का सम्मान उस जगह पर बढ़ाया जहां पर इसी पूर्वांचल में जन्में श्रीराम ने अपनी विजय पताका फहराई थी।
जी हां! मुम्बई के उप नगर मीरा भायन्दर में रहने वाले प्रमुख व्यवसायी व समाजसेवी अजय एल. दूबे के लिये ही नहीं बल्कि पूरे पूर्वांचल के लिये 29 अक्टूबर 2018 का दिन अविस्मरणीय रहा जब श्रीलंका की राजधानी कोलंबो के लविनिया होटल में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 2018 जिसे काॅनफेड़रेशन आॅफ इंटरनेशनल एक्रीटेशन कमीशन द्वारा आयोजित किया गया था। उसमें बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ चेरिटेबल ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय एल. दूबे को ”सर्टीफिकेट आॅफ एक्सीलेंस इन डाक्टरेट” प्रदान किया गया।
बता दें कि गत 3 वर्षों से देश की बेटियों की शिक्षा के लिये किये गये उनके योगदान के लिये वे इस सम्मान के वास्तविक हकदार थे। कन्या भ्रूण हत्या रोकने, गरीब लड़कियों की स्कूल फीस भरने तथा समाज के लिये किये गये अनेक कार्यों में कई आर्थिक परेशानी और अड़चने आयी, लेकिन अजय जी अपने प्रयासों में सफल रहे हैं।
डॉ.अजय एल दूबे भारत के एक एेसे सामाजिक कार्यकर्ता हैं ज़िन्होने एक सम्पन्न परिवार में जन्म लेने के बावजूद अपना पूरा जीवन गरीब लड़कियों की शिक्षा, गरीबी, लड़कियों के साथ सामाजिक भेदभाव, पर्यावरण को बचाना, सामाजिक अधिकार, वृद्ध जनों की सेवा, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा पर जोर, सेक्स अपराध, कन्या भ्रूण हत्या आदि जैसी सामाजिक बुराईयों से लडने में समर्पित कर दिया |
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ संस्था द्वारा समय—समय पर अनाज दान करना, गरीबों को कम्बल दान करना, ग़रीब बच्चों की फीस भरना, अनेक कार्य निरंतर करती रहती है । लड़कियों को उनके शैक्षिक योगदान के लिये सम्मान पत्र तथा स्मारक चिन्ह देकर सम्मानित करती रहती है। अजय एल दूबे अनेक सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हुए हैं जो समाज में परिवर्तन लाने के लिये प्रयासशील हैं।
डॉ अजय एल दूबे ने कहा कि उनकी संस्था देश की बेटियों के कल्याण के लिए किये जा रहे कार्य के लिये निरंतर वचनबद्ध और प्रयासशील है। बता दें कि अजय एल. दूबे मूलत: भदोही के निवासी हैं। जो मुम्बई में रहकर व्यवसाय के साथ सामाजिक कार्यों में सहभागिता निभाते रहते हैं। श्री दूबे के ब़ड़े पिता श्री रमेश दूबे भदोही के पूर्व सांसद तथा महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
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