मुम्बई का उपनगर कल्याण शहर इस समय भयंकर जाम के झाम से जूझ रहा है। कल्याण शहर को पूर्वी व पश्चिमी भाग से जोड़ने वाला पत्री पुल क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण यह समस्या विकराल रूप धारण कर चुकी है। पत्री पुल की मरम्मत शुरू होते ही समस्या इतनी अधिक विकट हो गयी है कि सड़कों पर जाम की समस्या से लोग जूझ रहे हैं। जिससे यातायत बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
बता दें कि कल्याण पश्चिम से अधिकतर लोगों को पूर्वी क्षेत्र में जाना होता है जो सूचक नाका और चक्कीनाका उतर कर अपने घर जाने के अलावा हाजी मलंग रोड पर भी बड़ी संख्या में जाते हैं। ऐसे में शुरू हुई जाम की समस्या के कारण आटो वाले भी जाने में हिचकिचाते हैं। बड़ी मुश्किल से यदि कोई आटो वाला जाने के लिये तैयार हो रहा है तो वह भाड़ा अधिक मांग रहा है।
पिसवली जाने वाले एक यात्री विनोद मोर्या का कहना था कि जो रिक्शेवाला यदि उस तरफ जाना भी चाहता था तो ट्राफिक जाम का हवाला देकर 12 रूपये के भाङे के जगह 20 रुपये देने की हामी भरने के बाद ही जाने को राजी होता था।
बतातें चले कि इस पुल की मरम्मत में तकरीबन चार पाँच महीनो से उपर भी समय लग सकता है ऐसा कहना है रिक्शाचालक आलमराज का जिस कारण रिक्शाचालकों में बेरोजगारी भी उत्पन्न हो गई है। जो रिक्शाचालक दिन भर के डयूटी के दौरान दस फेरों से उपर भी चक्कर लगा लेते थे परंतु भयंकर जाम के कारण तीन चार फेरों में ही थक जाते है।
गौरतलब हो कि यही हाल सूचकनाका से विठ्ठलवाङी स्टेशन होकर पुणे लिंक रोड जो श्रीराम थियेटर चौक तक जाता है उसका भी यही हाल है तीसगाँव नाके से लेकर काटेमानिवली नाका तक भी जाम लगते रहने के कारण तथा बालधुनी ब्रिज पर भी ट्राफिक जाम से त्रस्त गाङियों सहित यात्रियो को भारी परेशानीयों का सामना करना पर रहा है जिसके एवज मे अपना बहुमूल्य समय गवारा करने के साथ साथ भाङे आदि के रूप मे अत्यधिक कीमत भी चुकाने पङ रहे है।