जौनपुर : सामाजिक-आर्थिक एवं शैक्षिक रूप से पिछड़े लोगो को आज भी सरकारी सुविधाओं का लाभ नही मिल पा रहा है। जौनपुर में मडियाहूं तहसील के पाली गांव के पडान के पास पोखरे के किनारे बसे वनवासी परिवार से मिलने के बाद सरकार का ‘सबका साथ सबका विकास ‘का नारा पुरी तरह से असफल दिखाई दिया। नेता इन लोगो तक सिर्फ़ वोट लेने के लिए ही पहुंचते है। मडियाहूं विधानसभा से ‘बहुजन हिताय बहुजन सुखाय ‘का नारा देनेवाली बसपा के विधायक, समाजवाद का नारा देने वाली समाजवादी विधायक और ‘सबका साथ सबका विकास’ का नारा देने वाली सरकार का विधायक भी चुन कर आया। सुरक्षित सीट के अंतर्गत अनुसुचित जाति का ब्लॉक प्रमुख, अनुसुचित जाति का ग्राम प्रधान भी चुना गया परंतु इनकी गरीबी में कोई भी परिवर्तन नही हो पाया।
आधार कार्ड फीड न होने के कारण वर्तमान समय में सरकार द्वारा चलायी जा रही खाद्यान्न वितरण योजना के लाभ से भी यह लोग पिछले चार महीनों से वंचित है। इनके रहन-सहन के स्तर को देखकर इनकी दयनीयता का अंदाजा लगाया जा सकता है। वास्तव में यही लोग सरकारी आवास एवं अन्य सरकारी लाभ के हकदार है परंतु शासन प्रशासन की लापरवाही सें इस कडाके की ठंड मे भी घास फूस से बने छप्पर में रहने के लिए बाध्य है।