सरकार की नीतियों से तंग आकर एक अध्यापिका ने मौत को गले लगाना ही श्रेयस्कर समझा। घटना वाराणसी जिले के रोहनिया थाना क्षेत्र के गोविंदपुर गांव की हैं जहां सुनीता मौर्या (43) वर्ष ने जफराबाद गांव के समीप रेलवे प्लेटफॉर्म एक पर जाकर शुक्रवार की रात में ट्रेन के सामने कूदकर अपनी जान दे दी। घटना के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अन्त्य परीक्षण के लिये भेज दिया।
मृतका के पति मुन्ना मौर्या ने बताया कि उसकी पत्नी सुनीता पहले शिक्षा मित्र में थी उसके बाद उसका सेलेक्सन सरकारी तौर पर प्राइमरी स्कूल में अध्यापक पद पर हो गया था । कुछ दिनों बाद कोर्ट के निर्देश पर समायोजन पद को रद्द कर दिया गया । इसके बाद पुनः शिक्षा मित्र पद पर वह कार्य कर रही थी । उसी समय से डिप्रेसन में आ गई थी । और बहुत ही तनाव में रहती थी । रोज की भांति तनाव में वह बाहर आती जाती रहती थी । और उसी समय से काफी तनाव व चिंता में रहती थी । बीती रात में हम लोग कमरे में सोए हुए थे । अचानक रात में कब बाहर चली गई किसी को पता नही चला । जब रात में नीद खुली तो खोज बिन परिवार के लोग करने लगे । लेकिन नहीं मिली । उसके बाद बगल के पड़ोस के लोगो द्वारा पता चला कि की ट्रेन की चपेट में आकर उसकी मौत हो गयी है। मृतका को एक पुत्र प्रियांशू पुत्री सध्या है। 20 वर्ष पूर्व मुन्ना की विवाह सुनीता के साथ हुआ था । परिवार के लोगो नें इसकी सूचना रोहनिया थाने को दी ।