भदोही। मन के हारे-हार है मन के जीते-जीत। इसी कहावत को चरितार्थ करता जिले का एक धावक जो भदोही से दिल्ली तक दौड़ने का बीड़ा उठाया है। मकसद है देश के लोगों को स्वच्छता का संदेश देना। अंतरराष्ट्रीय मैराथन में पूरे देश में 22वीं रैंक हासिल करने वाले भदोही जिले के धावक नायब बिंद की। जो करीब एक हजार किमी की दूरी 21 दिन में तय करेंगे। नायब प्रतिदिन 50 से 55 किमी की दौड़ लगाकर निर्धारित स्थल पर पड़ाव लेते हुए अपने गन्तव्य के तरफ आगे बढ रहे है। इस दौरान वह 15 जिलों में 21 कुल पड़ाव लेंगे।
मालूम हो कि अभोली ब्लॉक के कनकपुर गांव निवासी कालीन बुनकर धर्मराज बिन्द का बेटा नायब बिंद एक नवंबर को भदोही के नेशनल इंटर कॉलेज से दिल्ली की दौड़ का आगाज किया जिसमें नेहरू युवा केन्द्र भदोही का काफी सहयोग है। करीब एक हजार किलोमीटर की दूरी 21 दिनों में दौड़ते हुए पूरी करने का रूटमैप तैयार किया गया है। इसके लिए 15 जनपदों में 21 पड़ाव बनाए गए हैं।
भदोही से जिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने हरी झंडी दिखाकर जिले के इस लाल को गुरूवार को रवाना किया था। मंगलवार को छठवें दिन नायब धावक ने अपने सहयोगी आनन्द व विशाल के साथ रायबरेली के जगदीशपुर गांव से सुबह पांच बजे अपने अगले गन्तव्य के लिए दौड़ का सफर शुरू किया और रायबरेली में सिविल लाइन चौराहा पर सफाई करते हुए आगे बढे। इसके बाद नायब अपने साथियों के साथ लखनऊ के निगोहां के लिए निकल चुका है। जहा उनलोगों को रात्रि विश्राम करना है। रास्ते में उनका लखनऊ व रायबरेली के बार्डर पर नेहरू युवा केन्द्र के राष्ट्रीय युवा स्वयं सेवक स्वागत करेंगे व रायबरेली सीमा पार कराएंगे। मालूम हो कि जिले का यह लाल हाल ही में गुजरात मे आयोजित मैराथन मे भी सातवां स्थान प्राप्त किया था। अपने दौड़ के माध्यम से लोगो को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने निकले इस भदोही के लाल को लोग बढ़े ही गर्मजोशी से सहयोग व सम्मान दे रहे है। इसमें नेता, अधिकारी, समाजसेवी, खिलाडी व आम नागरिक भी शामिल है।