भदोही। काशी प्रयाग के मध्य स्थित सेमराध में पिछले 25 वर्षों से माघ माह में कल्पवास मेला लगता है। जहां पर जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों के तरफ से व्यवस्था की जाती है।जिसमें विद्युत विभाग के तरफ से बिजली, वन विभाग के तरफ से लकडी, आपूर्ति विभाग के तरफ से केरोसीन आयल, लोक निर्माण विभाग के तरफ मार्ग व चकरप्लेट, नगर पालिका के तरफ से साफ सफाई की व्यवस्था और की जाती है। लेकिन इस बार कल्पवास मेला के बीस दिन बीतने के बावजूद भी चकरप्लेट और साफ-सफाई की सही व्यवस्था न होने से आने वाले स्नानार्थियो को समस्या हो रही है।
दिव्या सिंह ने कहा कि जो कपडा बदलने के लिए बनाया गया है वह बेकार है और चकरप्लेट न होने आने जाने से समस्या हो रही है। अमित कुमार भी यहां की व्यवस्था से नाखुश दिखे।कहा कि बिजली और स्वच्छता की व्यवस्था सही नही है।प्रयागराज(इलाहाबाद) से आए एक वकील ने बताया कि यहां की व्यवस्था में सुधार होना जरूरी है। कल्पवास के महंथ करूणा शंकर दास भी चकरप्लेट, पुलिस की व्यवस्था से नाखुश दिखे। महंथ वन विभाग और आपूर्ति विभाग से संतुष्टि दिखे। महंथ ने कहा कि चकरप्लेट की कमी की वजह से काफी समस्या है। अभी तक मेला में किसी जन प्रतिनिधि के न आने से नाखुश दिखे। महंथ ने कहा कि चाहे संत को लेकर भाजपा बदनाम है या भाजपा को लेकर संत लेकिन कोई खास लगाव यहां दिख नही रहा है। कहा कि लोग केवल फोटो खिचवाने के लिए लालायित रहते है। जबकि जमीन पर उतरना हकीकत से परे है।
संत तो राम भरोसे है ही कोई व्यवस्था होगी या न होगी कल्पवास मेला तो अपने नियत समय से चल रहा है और अनवरत चलता रहेगा। लोग इसमें जो सहयोग दे रहे है उनका भी धन्यवाद जो नही दे रहे है उनका भी धन्यवाद। संत तो रामभरोसे ही रहता है लेकिन यहां की व्यवस्था भी राम भरोसे है। जैसे बीस दिन बीत गया वैसे ही आगे के दिन भी बीत जाएंगे।