भायंदर
महाराष्ट्र में रहने वाले हर व्यक्ति को मराठी भाषा का ज्ञान होना अति आवश्यक है। इससे न सिर्फ कार्यों में सुगमता होती है अपितु कई प्रकार की कठिनाइयों से मुक्ति मिलती है। गैर मराठियों की इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए उमंग उत्सव ट्रस्ट ने उन्हें मराठी सिखाने का बीड़ा उठाया है। ट्रस्ट द्वारा आज इसकी विधिवत शुरुआत भी की गई। मीरा रोड स्थित टूडलर्स हाई स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम में इस महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की गई इस अवसर पर उमंग उत्सव ट्रस्ट की अध्यक्ष ममता सिंह, प्रकल्प के विशेष सहयोगी एडवोकेट नीतीश वर्मा, स्कूल के संस्थापक ओमप्रकाश मिश्रा, विवेक उपाध्याय समेत अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। इस बारे में पत्रकारों से बात करते हुए ममता सिंह ने बताया कि हमारा उद्देश्य साफ है कि हमारे हिंदी भाषियों को भी मराठी सीखकर मराठी बोलने आनी चाहिए क्योंकि कहीं भी कोई भी राज्यस्तर पर काम करने के लिए मराठी जानना और लिखना जरूरी हो जाता है।इसके वजह से गैर मराठी भाई बहनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है । उन्होनें कहा कि हम कहीं भी महाराष्ट्र में जाते है कोई फार्म भरते है या कोई अन्य लिखित कार्य करते है तो मराठी समझना और लिखना नहीं आता तो कई प्रकार की कठिनाई आती है उसी कठिनाई को दूर करने के लिए हमने ये बीड़ा उठाया है कि अपनी संस्था की तरफ से सभी गैर मराठी चाहे वह किसी भी जाति धर्म या क्षेत्र के हो को मराठी सिखाऊंगी।उपरोक्त कार्यक्रम में एड.नीतीश वर्मा का इस शानदार पहल में शुरू से ही पुरजोर योगदान रहा,कोरोना महामारी के वजह से ये कदम उठाने में एक वर्ष का विलंब हुआ।