भदोही में कुछ ऐसे भी विजय मिश्र के समर्थक है जो भाजपा में भी आस्था रखते है लेकिन विजय मिश्र की भाजपा से लगातार दूरी उनको हमेशा खलती रहती क्योकि विजय मिश्र को छोडना सही नही था क्योकि विजय मिश्र किसी भी दल में रहे हो लेकिन उनका क्षेत्र के विकास व आम जनता से जुडाव जिले के किसी भी नेता अधिक है। यही वजह रही कि लोग विजय मिश्र और भाजपा दोनों को चाहने वाले हमेशा विजय मिश्र के साथ रहे लेकिन इस चुनाव ने लोगों की मनोकामना पूर्ण कर दी अब विजय मिश्र और भाजपा दोनों को चाहने वालों के अच्छे दिन आ गये। सभी लोग अब गदगद होकर भाजपा और विजय की प्रसंशा कर रहे है। अब लोग खुले दिल से भाजपा और विजय का साथ साथ नाम लेंगे।
हालांकि विजय मिश्र ने शनिवार को अपने आवास पर कांग्रेस के प्रत्याशी रमाकान्त यादव के बयान चार-छः घर ब्राह्मण कितना लडेंगे पर भी चुटकी ली तथा साथ में चेताया कि ब्राह्मणों का जनेऊ विजय मिश्रा के रहते कोई छू नही सकता है। रमेश बिन्द के समर्थन में कहा कि बिन्द जाति के लोग जातिवादी नही होते नही तो बिन्दों का वोट किसी बिन्द नेता से अधिक न मिलता। कहा कि रमेश बिन्द का वायरल वीडियो मानता हूं सही है लेकिन उस समय किसकी सरकार थी और किसके इशारे पर सब काम होता था। विजय मिश्र ने कहा कि समाजहित और राष्ट्रहित में भाजपा का साथ देना जरूरी है। इस मौके पर विधायक विजय मिश्र ने बसपा शासन काल में हुए अपने ऊपर जुल्म की भी विस्तृत चर्चा की।
विधायक विजय मिश्र द्वारा भाजपा का समर्थन करना विरोधियों को आस नही आ रहा है। क्योकि जो लोग जातिवाद की राजनीति करके अपना उल्लू सीधा करना चाहते थे। इससे उनको करारा झटका लगा। इस कार्यक्रम में विभिन्न जातियों के संगठन प्रमुखों ने खुलकर भाजपा प्रत्याशी को समर्थन देने की बात कही। कुछ राजनीतिक जानकार इसको विजय मिश्र बनाम रंगनाथ मिश्र या विजय मिश्र बनाम रमाकान्त यादव के रूप में देख रहे है। क्योकि भाजपा को विजय मिश्र का समर्थन मिलने से अब मुख्य नेता के रूप में विजय मिश्र ही है भले रमेश बिन्द चुनाव लड रहे है। औराई विधायक दीनानाथ भाष्कर ने यह मान लिया कि विजय मिश्र के समर्थन के बाद अब भाजपा का किसी से मुकाबला नही है बल्कि जीत निश्चित है।