जौनपुर : खेतासराय क्षेत्र के जमदहां गांव में सोमवार को परिजनों की अनुमति बगैर रुबेला मिजिल्स का टीका लगाने पर परिजन भड़क गये। और बच्चे को टीका लगा देने से नाराज परिजन ने टीकाकरण करने वाली टीम को बंधक बना लिया। मौके पर पहुंची पुलिस और चिकित्सकों के समझाने बुझाने पर मामला शांत हुआ।
रुबेला मिजिल्स टीकाकरण अभियान के तहत एएनएम सरोजा बिन्द, आशा बेबी बानो, माला विश्वकर्मा और आशा संगिनी उषा यादव की टीम सुबह जमदहां गांव में पहुंची। टीम गांव के एक डाक्टर की क्लीनिक में बैठकर बच्चों को टीका लगा रही थी। इस दौरान एक बच्चे का अभिभावक पहुंंच कर अभिभावकों की अनुमति के बगैर टीका लगाने पर सवाल खड़ा कर दिया। विरोध करते हुए कहा कि उसके बच्चे को उसकी जानकारी के बिना कैसे टीका लगाया गया। इस पर उसने बवाल खड़ा कर दिया। टीकाकरण करने वाली टीम से अजीबोगरीब सवाल करते हुए बच्चे के शरीर से टीका निकालने का दबाव बनाने लगा। कहा कि जबतक बच्चे को लगे टीका को उसके शरीर से नहीं निकालते वह टीम को वहां से जाने नहीं देगा। उसके इस अजीबोगरीब सवाल पर टीम सकते में आ गयी।
इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग के उच्चकरियों को हुई तो उनके हाथ-पांव फूल गए। सूचना मिलते ही आनन-फानन में मौके पर प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. रमेश चंद्रा, चिकित्साधिकारी डा.मसूद खान और 100 नम्बर पुलिस मौके पर पहुंच गयी। और आधे घण्टे बाद समझा बुझाकर बंधक बने कर्मचारियों को मुक्त कराया।