भदोही। देश विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में विभिन्न तरह की तरक्की कर रहा है लेकिन समाज में ऐसे भी लोग है जो आज भी लोगों को भूत-प्रेत के नाम पर कई वर्षो से ढोंग करके ठग रहे है, लेकिन जिले के जिम्मेदार लोग इस तरह के अन्धविश्वास को जानते हुए भी मौन साधे हुए है।
एक ऐसा ही मामला जिले के गोपीगंज क्षेत्र के बेरासपुर में देखने को मिला जहां करीब 12 वर्षों से संचालित फर्जी मजार के खिलाफ ग्रामीणों ने अजीज आकर पुलिस से शिकायत की है। जबकि इस मजार के बारे में पुलिस बहुत पहले से जानती है लेकिन फिर भी इस तरह के अन्धविश्वास पर रोक न लगाना एक प्रश्नचिन्ह है। बेरासपुर के ग्रामीणों का आरोप है कि मजार संचालक जफरूद्ददीन उर्फ गुलाम गांव में बस्ती के बीच में फर्जी मजार बनाकर भूत भगाने का ढोंग करता है और इसके बदले में लोगों से मनमानी वसूली करता है। लोगों के भूत को गया भी भेजता है। और जो लोग भूत हटवाने के लिए मजार पर आते है उनको किसी से भी कुछ न कहने की हिदायत देता है। तथा मजार पर भूत हटवाने आए लोगों का रजिस्ट्रेशन फीस लेकर भूत उतारने की प्रकिया चालू करता है।
इस मजार पर असमाजिक तत्वों का जमावडा रहता है। जो मजार के नाम पर अवैध व घिनौना कृत्य करते है। जिसके वजह से आसपास के रहने वाली महिलाओं और बच्चों को काफी दिक्कत का सामना करना पडता है। आरोप है कि बेरासपुर में कभी मजार नही था लेकिन जफरूद्दीन मनमानी ढंग से मजार बनाकर लोगों के जीवन में खलल डाल रहा है। विरोध करने पर गाली गलौज देता है और मारपीट करने पर उतारू हो जाता है। गांव के मो इस्लाम ने बताया कि जफरूद्दीन पहले गलीचा बुना करता था लेकिन जब से फर्जी मजार बनाकर लोगों का भूत भगाने का ढोंग कर रहा है तबसे काफी मजबूत स्थिति में हो गया है। और आसपास के रहने वाले लोगों को आए दिन परेशान करता है और डराता धमकाता है।
विदित हो कि इस मजार की जानकारी स्थानीय पुलिस को भी है लेकिन जानते हुए भी पुलिस के लोग इस ढोंग और अन्धविश्वास करने वाले पर कार्यवाही नही किए। ग्रामीणों की मांग है कि बेरासपुर में चल रहे फर्जी मजार को पुलिस प्रशासन बंद कराकर ढोगी जफरूद्दीन के खिलाफ कार्यवाही करें जिससे गांव वाले शान्ति से रह सके और इस तरह के ढोंग और अन्धविश्वास का खेल खत्म हो।