Home मुंबई एक सहज व्यक्तित्व के धनी हैं विनय शर्मा “दीप” – आर.पी.सिंह “रघुवंशी”

एक सहज व्यक्तित्व के धनी हैं विनय शर्मा “दीप” – आर.पी.सिंह “रघुवंशी”

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उत्तर प्रदेश का जौनपुर जिला शिक्षा और राजनीति के लिए अत्यंत प्रसिद्ध है। यहां की आबादी अत्यंत घनी है इसीलिए यहां के 80% लोग देश के शहरों में खासकर मुंबई में रहते हैं। आज से 22 वर्ष पहले विनय शर्मा जी भी मुंबई को अपनी कर्मस्थली के रूप में चुने। इनकी प्राथमिक शिक्षा थाने के ही मानपाडा में एक अंग्रेजी स्कूल में हुई थी तत्पश्चात वे गांव में गए और वहां से उन्होंने हिंदी साहित्य से स्नातकोत्तर की उपाधि तिलकधारी सिंह महाविद्यालय जौनपुर सै प्राप्त कर 1997 में मुंबई पहुंचे। कठिन परिस्थितियों के बावजूद संघर्ष करते हुए वह आगे बढ़े और नौकरी करते हुए साहित्य तथा पत्रकारिता को अपना कार्यक्षेत्र चुना।

विनय शर्मा ‘दीप’ आज एक अत्यंत कर्मठ व्यक्तित्व का नाम है। किसी भी कार्यक्रम की सफलता के लिए छोटे या बड़े कार्य में अंतर ना समझने वाले विनय शर्मा ‘दीप’ अपने इन्ही गुणों के कारण सभी साहित्य प्रेमियों के चहेते बन गए हैं। एक सहज व्यक्तित्व के धनी विनय शर्मा ‘दीप’ अपने और पराए के अंतर तक को नहीं समझ पाते। साहित्यिक क्षेत्र भी बहुत पहले से अनेक धड़ों में बटा हुआ है, परन्तु दीप जी इस भेद को न मानते हुए हर किसी के साथ कंधा मिलाकर कार्य करने में रुचि रखते हैं। यही उनके व्यक्तित्व का सार है। पत्रकारिता के माध्यम से हर कार्यक्रम की उपादेयता को अपनी कलम के माध्यम से प्रचार प्रसार करना अपना दायित्व समझते हैं। अपने इन कार्यों के कारण ही तमाम कवियों और साहित्यकारों में बड़ी सिद्दत से जाने पहचाने जाते हैं। वह एक अच्छे गीतकार हैं और खड़ी-बोली तथा भोजपुरी दोनों ही भाषाओं में छंद, सवैया, गीत की रचना करते हैं। शनिवार को भारतीय जन भाषा प्रचार समिति की बहुभाषी मासिक गोष्ठी में संचालक के रूप में वह गोष्ठी का आगाज भी किया। आप सभी मित्रो, पत्रकारों तथा साहित्यकारों से विशेष अनुरोध है कि इस उभरते युवा को अपना स्नेह और आशीर्वाद प्रदान करें।

रामप्यारे सिंह ‘रघुवंशी’

अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष
भारतीय जन भाषा प्रचार समिति ठाणे एवं अखिल भारतीय साहित्य परिषद महाराष्ट्र

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