भदोही। केन्द्र सरकार जहां किसानों की आय को दुगुनी करने का बीड़ा उठाया है वही विद्युत विभाग के अधिकारी सरकार की योजना या लक्ष्य का परवाह कियें बिना मनमानी ढंग से काम करते हैl एक मामला भदोही जिला के डीघ ब्लाक के बेरासपुर का है जहां एक किसान शिवलोलारख त्रिपाठी ने विद्युत विभाग की लापरवाही से तंग आकर के सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो वा़यरल किया था, जिसकी खबर जिला के जिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद को मीडिया द्वारा हुई तो तुरंत ही विद्युत विभाग के अधिकारियों से बात करके किसान को ट्रांसफार्मर उपलब्ध कराने का आदेश दिया और विद्युत विभाग के अधिकारियों ने भी आनन फानन किसान से सम्पर्क करके एक दो दिन में ट्रांसफार्मर देने की बात मान ली हैl
मालूम हो कि शिवलोलारख ने कर्ज से अजीज आकर अपनी किडनी, आंख बेचने की बात सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो भेजकर तहलका मचा रखा है। क्योंकि अभी तक इस तरह की घटना कहीं सुनने को नही मिली थी। वायरल वीडियो जब मीडिया में आया तब विभाग की नींद टूटी और किसान को ट्रांसफार्मर देने की बात मान ली।
अब यहां प्रश्न बनता है कि जिला प्रशासन व विद्युत विभाग ने शिव लोलारख की बात का ध्यान पहले ही क्यों नही दिया? यदि आज वायरल वीडियो से जागा प्रशासन तो क्या सब ऐसे ही करें? क्या विद्युत विभाग द्वारा किसान को ट्रांसफार्मर न देने के पीछे कुछ ‘और’ बात थी? कहीं मीडिया से बचने के लिये तो ऐसा नही कर रहा विद्युत विभाग? किसान को दिया गया ट्रांसफार्मर कही किसी दूसरे का तो नही? किसान को हुई हानि की भरपाई करेगा विद्युत विभाग? इसी तरह के निरूत्तर प्रश्न लोगों के दिमाग में चल रहा हैl सरकार की सभी योजनाओं का सही लाभ पात्रों को तभी मिलेगा जब शासन व प्रशासन में ईमानदारी पूर्वक कार्य होगा।