मुंबई : महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार में एक बार फिर से मतभेद नजर आ रहा है। अब इसे लेकर मुंबई प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव विश्वबंधु राय ने पार्टी आलाकमान को पत्र लिख पार्टी को भविष्य में होने वाले नुकसान के प्रति आगाह किया है। इस पत्र में उन्होंने शिवसेना और एनसीपी नेताओं पर आए दिन लग रहे भ्रष्टाचार के आरोप के कारण कांग्रेस की छवि खराब होने की बात कही है। केवल यही नहीं बल्कि उन्होंने आलाकमान से समय रहते इस बात पर कठोर फैसला लेने के लिए भी कहा है। विश्वबंधु राय ने यह भी कहा है कि गठबंधन में यकीन और सामंजस्य की कमी है। कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी को लिखे पत्र में विश्वबंधु राय ने लिखा है कि महाराष्ट्र की महाआघाडी सरकार में सहभागी कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हो रही है। ऐसे में महाराष्ट्र महाविकास आघाड़ी सरकार से कांग्रेस और जनता का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा है कि उक्त परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए इस सरकार में बने रहने का कोई औचित्य नहीं दिख रहा है। यह गठबंधन कांग्रेस के लिए नुकसानदायक साबित हो रहा है।
इसके अलावा उन्होंने पत्र में आगे लिखा है कि इन सब बातों को देखते हुए भविष्य में होने वाले चुनावों में कांग्रेस को सहयोगी दलों की गलतियों का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। ऐसे में महाराष्ट्र में कांग्रेस पार्टी और इसके कार्यकर्ताओं का भविष्य देखते हुए समय आ चुका है कि आलाकमान कोई कठोर निर्णय ले। राय, पत्र में आगे वह लिखते हैं कि महाराष्ट्र सरकार के सहयोगी दलों के नेताओं व उनके परिजनों के नाम अलग-अलग घोटालों में सामने आ रहे हैं। कई जांच एजेंसी आरोपों की जांच कर रही हैं। ऐसे में गठबंधन में शामिल कांग्रेस की छवि आम लोगों में खराब हो रही है। इसका वोटरों पर गलत प्रभाव पड़ रहा है, लिहाजा समय रहते सख्त निर्णय न लेने पर अगले वर्ष होने वाले मुंबई मनपा के चुनाव में कांग्रेस को इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है।