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हम यहाँ राजनीति नहीं, प्रभु श्री राम का दर्शन करने आये हैं – उद्धव ठाकरे

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हमार पूर्वांचल
श्री उद्धव ठाकरे

अयोध्या आये शिवसेना पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम राजनीति करने नहीं प्रभु श्री राम के दर्शन करने आये हैं। पिताजी बाला साहब कहते थे हिन्दुत्व हमारी सांसे हैं और हमारी सांसों में हिन्दुत्व है। हम जब मुम्बई से चले तो कुछ लोगों को आपत्ति हुई, उन्होंने कहा कि आप अयोध्या जा रहे हैं चुनाव हो रहा है इसलिए जा रहे हैं। हम यहां राजनीति करने नहीं आये हैं एक विरासत एक विचारधारा लेकर आये हैं और आज का दिन मेरे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण है, माना जाता है कि जिसे एक संत का आशीर्वाद मिलता है वो भाग्यशाली होता है। मुझे मेरा भाग्य कितना है हजारों की संख्या में संतों ने मुझे आशीर्वाद दिया है। यहां आने का उद्देश्य मेरा शुद्ध है, हम यहां कोई लड़ाई करने नहीं आये हैं, इस देश का हर हिन्दू यह चाहता है कि अयोध्या में राम का मंदिर होना ही चाहिए। आज तो हम सिर्फ सोए हुए कुंभकरण को जगाने आये हैं, कुंभकरण रामायण में ही नहीं थे आज भी हैं। वह ६ महीने सोते थे पर आज के कुम्भकर्ण पिछले ४ सालों से सोये हुए हैं। उनको हम जगाने आये हैं, वादों को निभाना भी हमारा हिन्दुत्व है, जो वादा करते हैं जो वचन देते हैं वह निभाते भी हैं उसे निभाना भी चाहिए और चलो सब लोग मिलकर मंदिर बनाते हैं।

हमार पूर्वांचल
अयोध्या :उद्धव ठाकरे सह-परिवार 

मंदिर बनने के बाद वचन देता हूँ कि रामलला के दर्शन करने पुनः आयेंगे, अब हम इंतजार नहीं कर सकते, बहुत साल दिन और महीने गुजर गये, मंदिर वहीं बनायेंगे – मंदिर वहीं बनायेंगे पर तारीख नहीं बतायेंगे, हमें आज मंदिर बनाने की तारीख चाहिये। पहले मंदिर कब बनाओगे वह बताओ बाकी बात बाद में होगी। आज हमें तारीख चाहिये, चलो उस वक्त अटल जी की मिलीजुली सरकार थी, उस वक्त मंदिर का मुद्दा उठाना शायद कठिन हो सकता था लेकिन आज की सरकार ताकतवर सरकार है। उत्तर-प्रदेश की सरकार हमारे मित्र के हाथ में है, केंद्र की सरकार भी है। चलो जो कुछ करना है करो। आदेश लाना चाहते हो तो कानून बनाओ। हमारे साथ जितने भी सांसद हैं हम आज़ कह रहे हैं कि श्री राम मंदिर के लिए कानून लाना चाहते हो तो पार्टी शुरू से उसका समर्थन करेगी और जरूर करेगी और यह मामला श्रद्धा का मामला है और अदालत की पेचीदगियों का नहीं, सिर्फ उनको भूले हुए वादों को याद दिलाना है। इस देश और विश्व के जितने हिन्दू हैं आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर मंदिर बनाने के लिए खड़े रहेंगे। मंदिर बनाने के लिए हिम्मत लगती है कहा जाता है कि सीने में दम होना चाहिए कितना बड़ा सीना है उसका मतलब नहीं होता, सीने में दिल और हृदय होना चाहिए और वह भी मर्द का होना चाहिए सारे मर्द इंतजार कर रहे हैं हम तो यही आज सिर्फ यही कहेंगे कि पूरे देश में भाई पुरानी बात याद आ गयी, अटल जी ने कहा था अब हिन्दू चुप नहीं बैठेगा हर कदम आप से सवाल पूछेगा और मेरे साथ आप जवाब दीजिए हर हिन्दू की यही पुकार पहले मंदिर फिर सरकार।

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