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जब दो किलो आम के चक्कर में भागा नवी मुम्बई महानगर पालिका का अधिकारी

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नवी मुम्बई महानगर पालिका का अधिकारी

प्लास्टिक बंदी के नाम पर स्वच्छता निरीक्षक कर रहा था अवैध वसूली

नवी मुंबई महानगर पालिका के स्वच्छता विभाग एवं सेनेटरी विभाग के कर्मचारी स्वच्छता अभियान को छोड़ वसूली अभियान शुरू कर दिया है। बुधवार दोपहर कोपरखेराने सेक्टर 2 के पास बिच सड़क पर आम विक्रेता से कार्यवाई की धमकी देकर जबरन आम लेकर भागते समय नागरिको ने रंगे हाथो पकड़ लिया। नागरिकों द्वारा पकडे जाने के डर से स्वस्छता अधिकारी गाडी छोड़कर फरार हो गया। जिसके बाद कोपरखेराने के एक अधिकारी द्वारा इसे पकड़ने वाले पत्रकार के खिलाफ सरकारी काम में रूकावट डालने की धमकी दिए जाने का मामला सामने आया है।

कैमरे में रिकोर्ड होने पर आम की थैली फेंककर भागा

बुधवार को दोपहर कोपर खैरने सेक्टर 2 में मनपा की उपद्रव शोध पथक गाड़ी आई और उसमें मौजूद प्रवीण थोरात नाम का अधिकारी गाडी से उतरकर एक फेरीवाले के ठेले से जबरन आम की थैली लेकर वापस गाड़ी में बैठता है लेकिन उसे क्या पता कि मेरी यह हरकत किसी के कैमरे में कैद हो रही है। उक्त ब्यक्ति ने जब उस कर्मचारी के पास जाकर पूंछा कि आप मनपा के अधिकारी हैं तो वह भड़क गया। इसके बाद वंहा से भागने लगा। उसी दौरान वहां मौजूद एक पत्रकार भी पहुंच गया और उस अधिकारी से बात करने लगा तो आम की थैली एक गाड़ी के पिछे फेंककर भागने लगा, आखिरकार पत्रकार को शक हुआ तो गाड़ी को रोककर पुलिस को फोन किया।

अधिकारी प्रल्हाद खोसे ने बचाव करते हुए दिया धमकी

स्वच्छता निरीक्षक प्रवीण थोरात द्वारा फेरीवाले से जबरन आम वसूल किये जाने की कारनामा नागरिको द्वारा पकडे जाने के बाद वह वंहा से भाग गया। इसके बाद वंहा मनपा का अधिकारी प्रल्हाद खोसे आया और अपने उस कर्मचारी की गलतियों पर परदा डालते हुए। वंहा मौजूद नागरिकों को ही धमकी देने लगा कि सरकारी कामकाज में दखल डालने के मामले में तुम्हारे खिलाफ शिकायत दर्ज होगा।

विडिओ देख अधिकारी की बोलती हुई बंद

उसकी इस तरह की बयानबाजी से मामला तूल पकड़ लिया और और नगरिकों ने पुलिस को बुला लिया। इसके बाद यह मामला कोपर खैरने पुलिस स्टेशन में जा पहुंच लेकिन वहां पहुंचने के बाद जब विडियो देखा गया और वहां मौजूद पत्रकारों को देख उस अधिकारी की बोलती बंद हो गई। जिस तरह से मनपा कर्मचारी की गलती पर पर्दा डालते हुए उक्त अधिकारी ने नागरिकों और पत्रकार पर ही रौब झाड़ने लगा उससे तो ऐसा ही लगता है कि स्वच्छता अभियान को छोड़कर कोपर खैरने के मनपा अधिकारी वसूली अभियान चला रहे हैं ?

कुछ अधिकारियों के कारण हो रहा मनपा का नाम ख़राब

मनपा के कुछ इसी तरह के अधिकारियों की वजह से वरिष्ठ अधिकारियों का भी नाम खराब हो रहा है। कुछ लोगों का कहना है कि मनपा के कुछ कर्मचारी फुटपाथ पर अवैध फेरीवाले एवं अवैध हाँथगाड़ी वालों से वसूली करते हैं जिसके कारण फुटपाथ पर फेरीवालों की संख्या में कोई कमी नही आ रही है। कोपर खैरने में गुलाब डेरी के पास अवैध फेरीवालों की भरमार है और शाम ढलते ही वहां चायनीज के अलावा कई अवैध ठेला लगाए जाते हैं।

इसके अलावा शाम करीब 4 बजे से सेक्टर 1 व 2 गार्डेन के पास सड़क के दोनों तरफ अवैध रूप से शब्जी विक्रेताओं का कब्ज़ा हो जाता है, उस मार्ग पर वाहन निकलना तो दूर की बात है पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है, तो क्या कोपर खैरने मनपा विभाग कर्मचारियों को नही दिखाई देता, आखिर इन अवैध फेरीवालों पर मनपा अधिकारी क्यों मेहरबान हैं ? क्यों नही इनके खिलाफ कार्यवाई करते इस तरह का सवाल स्थानीय लोगों द्वारा उठाया जा रहा है।

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