मिर्जापुर- उत्तर प्रदेश का मिर्जापुर जनपद पर्यटन स्थलों के लिए सुप्रसिद्ध है। इस जनपद में विंध्याचल मन्दिर, काली खोह, अष्टभुजी मन्दिर, सहित कई प्रसिद्ध मन्दिरों के अलावा जनपद के झरने भी पर्यटकों का मन मोहते हैं। झरनों में जनपद का एक प्रसिद्ध झरना विंढम फॉल भी है जहाँ इन दिनों पर्यटकों को कई असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। इससे यहाँ पर आने वालों पर्यटकों की संख्या लगातार घट रही है।
परिसर में लगा गन्दगी का अम्बार
विंढम फॉल झरने के आस-पास एवं इसके परिसर में जगह-जगह गंदगियों का अम्बार लगा हुआ है। सुल्तानपुर जिले से आये एक पर्यटक सौरभ सिंह ने बताया कि यहाँ पर्यटकों से पर्यटन शुल्क और गेट पास के नाम पर बीस रूपये वसूले जाते हैं। लेकिन यहाँ पर न ही साफ सफाई रहती है और न ही परिसर के पार्क और सड़क की मरम्मत होती है।
वाहन पार्किंग में भी व्यवस्था की कमी
विंढम फॉल झरने के नजारे के लुत्फ उठाने आने वाले पर्यटकों के वाहन पार्किंग की भी उचित व्यवस्था नहीं है। गोरखपुर जिले से आये पर्यटक नीरज त्रिपाठी ने बताया कि यहाँ पर पार्किंग के नाम पर खुले आसमान में गाड़ी खड़ी करा दी जाती है। नीरज के शब्दों में ” मैं पिछले वर्ष भी आया था। वाहन पार्किंग शुल्क वसूलने के बावजूद वाहन पार्किंग के लिए कोई ढंग की व्यवस्था नहीं है। खुले आसमान में धुप या बरसात में ही वाहन खड़े करा दिए जाते हैं। छाया की भी कोई व्यवस्था नहीं है। पूछने पर लापरवाही पूर्वक जवाब दिया जाता है कि टीन शेड नहीं है। थोड़ी देर बाद अपने-आप छांव आ जायेगा।”
वसूले जा रहे हैं दो प्रकार के शुल्क
बाइक से आने वाले पर्यटकों से दो प्रकार के शुल्क वसूले जा रहे हैं। एक जिला पंचायत द्वारा गेट पास के नाम पर बीस रूपये शुल्क वसूला जा रहा है। वसूली करने वालों ने बताया कि इसके ठीकेदार जिलाजीत सिंह हैं। और दूसरा पार्किंग शुल्क के नाम पर बीस रूपये वसूला जा रहा है जिसके ठीकेदार का नाम दशरथ यादव है। इस तरह से बाइक से आने वाले पर्यटकों से चालीस रूपये शुल्क लिया जा रहा है। जबकि सुविधाएँ नदारद हैं।