रिपोर्ट-रामलाल साहनी
मिर्जापुर- जनपद के अहरौरा थाना क्षेत्र में स्थित ग्रामसभा हिनौता के अमवा बस्ती में आजादी के सत्तर साल बाद भी लोग बिजली, सड़क, नाली जैसी समस्या से जूझ रहे हैं। मिर्ज़ापुर का शायद यह ऐसा पहला गाँव होगा जहां पर ऐसी समस्या लोगों की आदत बन चुकी है। लोगों को बिजली जैसेचीजों के बारे में पता ही नहीं है। यहाँ के लोगों का कहना है साहब बिजली शहर में होती है न, ये तो गाँव है। यानी जिस गाँव के लोगों की शुरू से ही मानसिकता ये है कि बिजली सड़क जैसी सुविधाएं गाँव मे नहीं होता।
इस पूरे ग्राम सभा में अति पिछड़े वर्ग कोल, धरकार, हरिजन लोगो की आबादी रहती है। जो अपना जीवन व्यापन जलावनी लकड़ी, पत्ता बेचकर और पहाड़ों में मजदूरी करके करते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि आजादी के सत्तर वर्षों के बाद भी इन जगहों पर सड़क निर्माण न होना, बिजली न पहुँचना प्रशासन की कितनी बड़ी नाकामी है। प्रधानों के पास इतना फंड भी नहीं कि इन समस्याओं का निपटारा कर सके। जबकि क्षेत्रफल करीब तीस किलोमीटर में फैला हो। सबसे बड़ी बात ये कि यहां के निवासियों को ये भी पता नहीं कि इन सभी सुविधाओं को सरकार मुहैया करवाती हैं।