सूरत : 24 मई को सूरत के सरथाणा जकात नाका, वराछा में हुए भीषण अग्नि कांड में 20 से ज्यादा लोगो की मृत्यु हो गयी है और कई लोग सूरत के अलग -अलग अस्पतालों में जिंदगी और मौत से लड़ रहे है।
आग का कारण बना इमारत के बगल का ट्रांसफार्मर: जिम्मेदार बिजली विभाग
तक्षशिला काम्प्लेक्स में आग लगने का मुख्य कारण बना काम्प्लेक्स के जस्ट बगल में लगा ट्रांसफार्मर, दिन के करीब 4 बजे वहाँ लगे ट्रांसफार्मर में एकाएक विस्फोट हुआ, जिससे ट्रांसफॉर्मर का आयल काम्प्लेक्स पर फैल गया और देखते ही देखते आग पूरे काम्प्लेक्स को अपने कब्जे में ले लिया।
मासूमों को बचाया जा सकता था, यदि फायर ब्रिगेड एक्टिव होती
इस भीषण अग्नि कांड में सूरत महानगर पालिका की लापरवाही खुल कर सामने आ रही है, प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार यदि फायर ब्रिग्रेड एक्टिव होती तो कॉम्प्लेक्स में फसे लोगो को बचाया जा सकता था, मिली जानकारी के अनुसार कंप्लेक्सक्स के दूसरे मंजिल पर एक फैशन डिजाइनिंग का कोचिंग क्लास चलता था जिसमे करीब 50 स्टूडेंट पढ़ाई कर रहे थे, आग इतनी भयानक थी कि बच्चे काम्प्लेक्स के नीचे नही आ पाए और जान बचाने के लिए ऊपर के आखिरी चौथे मंजिल से बाहर की ओर कूदने को मजबूर हो उठे जिससे उनकी जाने चली गयी। लोगों से बात करने पर पता चला कि यदि फायर ब्रिगेड समय पर पूरी सुविधा से पहुचती तो शायद इन बच्चों को बचाया जा सकता था। लोगो के अनुसार फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग लगने के बाद करीब 45 मिनट देरी से आये और उन लोगो के पास सिर्फ दूसरे मंजिल तक पहुँच सकने वाली सीढियां थी।
काम्प्लेक्स के निर्माण कार्य मे लापरवाही की आशंका
शुरुवाती जाँच से पता चला कि काम्प्लेक्स के निर्माण में सुरक्षा मानकों की पूरी तरह से अनदेखी की गई है, आशंका जताई जा रही है कि काम्प्लेक्स निर्माण में सिर्फ 2 मंजिल तक का ही परमिशन था पर उसे चार मंजिला अवैध तरीके से निर्मित किया गया, काम्प्लेक्स की सीढ़ियां बहुत ही सकरी बनाई गई थी, आग लगने जैसी घटनाओं पर इमारत से निकलने की व्यवस्था ही नही रखी गयी थी।
6 महीने पहले घटी घटना से भी नही सीखा सूरत महानगर पालिका
आज से 6 महीने पहले सूरत के बेसु क्षेत्र में भी इसी तरह की घटना घटी थी जिसमे अगम शॉपिंग सेंटर में चल रहे कोचिंग क्लास में लगी आग से 2 बच्चो सहित एक महिला टीचर की मृत्यु हो गयी थी और आज इस दर्द नाक घटना में 19 बच्चों, एक टीचर सहित करीब 22 लोगो की जान चली गयी। कही न कही यहाँ बहुत बड़ी लापरवाही खुल कर सामने आ रही है। हालांकि इस घटना के बाद गुजरात के मुख्य मंत्री विजय रूपानी आनन फानन में सूरत पहुचे और सूरत के अलग -अलग अस्पतालों में घायलों से मुलाकात किये, मारने वाले लोगो के परिवारों को चार -चार लाख रुपये की सहायता राशि की घोषणा कर दिए और अधिकारियों को इस घटना की पूरी रिपोर्ट 3 दिन में मांगे साथ ही निर्देश दिए कि इस घटना के दोषियों को कतई बख्शा नही जाएगा।