आनन्द पाण्डेय
दिल्ली मंगोलपुरी इलाके में सुशांत जैन ने नशे के हालात में 12 अगस्त की रात को नशे में धुत सुशान्त जैन ने कार से विवेक गौड़ नामक युवक को टक्कर मारी जिससे उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई और उसको बहुत गहरी चोट आयी। सुशान्त जैन नशे में इस कदर मदहोश था अपनी कार से नहीं उतर पा रहा था। वहां उपस्थित भीड़ ने 100 नंबर पर पुलिस बुलाई। विवेक को परिजनों की मदद से हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन पास के हॉस्पिटल ने जबाब दे दिया ! सुशान्त जैन के चाचा रूबी जैन ने खर्च का आश्वाशन दे कर फोर्टिश हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया और खर्चे का पूरा भरोसा दिया, लेकिन पुलिस ने हल्की धारा के तहत मामला दर्ज किया और सुशान्त जैन को तुरन्त बरी कर दिया गया। दोषी आजाद घूम रहा है।
पीड़ित परिवार को कोई मदद नहीं मिल रहा है । सुशान्त के परिवार और प्रशासन से पीड़ित को कोई मदद नहीं मिल रहा है । पीड़ित की माँ और पत्नी मदद की गुहार लगा रही, लेकिन पीड़ित को पुलिस के द्वारा कोई मदद नहीं मिल रहा है। अभी तक तीन लाख सात हजार तक बिल आया है । जो परिजन चुकाने में असमर्थ है । विवेक के परिजनों का कहना है हॉस्पिटल वाले ने 20 से 22 लाख का खर्च बताया है। जो पूरी तरह से असमर्थ और मजबूर है। पीड़ित परिवार को पुलिस और सुशान्त जैन के परिवार से कोई मदद के लिए आगे नहीं आ रहा है। सुशान्त गुनाह करके स्थानीय पुलिस के सहयोग से आजाद घूम रहा है कोई कार्यवाई नहीं हो रही है। यहाँ तक कि सुशान्त जैन का परिवार और पुलिस कोई बात तक करने को तैयार नहीं है। विवेक गाड़ी चला कर अपने परिवार का जीविका चलाता था।