भदोही : कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ नीलम मिश्रा ने भदोही जिले के रैपुरी गांव में महिला व प्रदेश में पुलिस कर्मियों पर हो रहे अत्याचार पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि आज देश किस दिशा में जा रहा है कि न तो महिलाएं सुरक्षित है और नही पुलिस। कहि भीड़ पुलिस वालों को निशाना बना रही हैं तो कही लोग महिलाओं की सरेआम बेज्जती कर रहे हैं, और सरकार में बैठे लोग अपनी पीठ थपथपा रहे कि सरकार के डर से अपराधी थर-थर कांप रहे हैं। जबकि सच्चाई में तो सभी आमजन सरकार की शासन व्यवस्था से ही थर-थर कांप रहे हैं।
एक तरफ पुलिस की कार्यप्रणाली से जनता में आक्रोश है तो दूसरी तरफ सरकार की कार्यप्रणाली से पुलिस में।नही तो ऐसी क्या व्यवस्था है सरकार की, के बुलन्दशहर में दरोगा की भीड़ द्वारा निर्मम हत्या कर दी जाती है, गाजीपुर में भीड़ द्वारा एक पुलिस की निर्मम हत्या कर दी जाती हैं। भदोही जिले के एक गांव में दबंगो द्वारा एक गरीब, असहाय, मजबूर औरत को अर्धनग्न कर पीटा जाता है, और बेज्जती करने की कोशिश की जाती हैं। इस पर भी पुलिस द्वारा लीपापोती की कोशिश की जाती हैं। पर ये तो हमारे मीडिया बन्धुओ की हिम्मत थी कि मामले का पर्दाफाश कर सही कार्यवाही के लिए प्रशासन को मजबूर कर दिया।
इन सभी हालातो के लिए आखिर कौन जिम्मेदार हैं ? सरकार या प्रशासन ? तो हम निश्चित रूप से कह सकते है कि ये योगी सरकार की नाकामी का नतीजा है कि प्रदेश में अराजकता का माहौल बना हुआ है। कोई भी आदमी, व्यापारी, कर्मचारी, छात्र, नौजवान, किसान, लडकिया, महिलाएं और यहा तक कि इन सभी की रक्षा की जिम्मेदारी उठाने वाली पुलिस भी आज अपने को भी असुरक्षित महसूस कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि जब देश के प्रधानमंत्री ही सबसे सर्वोच्च संस्था सुप्रीम कोर्ट की अव्हेलना कर संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं तो आमजन का कानून व्यवस्था में कैसे विश्वास रहेगा?