रिपोर्ट: गोपीचंद तिवारी
मोढ़:( भदोही) स्थानीय क्षेत्र के कोकल मऊ डेई पुर निवासी निलेश कुमार तिवारी 33 वर्ष जो कामायनी एक्सप्रेस से मुंबई जा रहे थे की रास्ते में ही उनकी हृदय गति रुक जाने से ट्रेन में ही उनकी मौत हो गई
बताया जाता है कि नीलेश तिवारी की तबीयत कुछ खराब चल रही थी भदोही के कई निजी अस्पतालों में दिखाने के बाद उन्हें इलाज के लिए मुंबई ले जाया जा रहा था की इगतपुरी स्टेशन पहुंचते-पहुंचते उनकी हालत बिगड़ गई और ट्रेन में ही उनकी मौत हो गई
संजोग से उनके साथ में उनकी मां व चाची तथा दादा भी साथ में थे फोन द्वारा संपर्क करने के बाद मुंबई में ही स्थित उनके पिता रवी शंकर तिवारी व परिवार के सभी लोग स्टेशन पहुंच गए दुर्भाग्य यह थी कि दों स्टेशन और पहुंच गए होते तो वह अपने गंतव्य कुर्ला स्टेशन तक पहुंच गए होते।
लोगों का कहना है कि उनका इलाज भी केएम हॉस्पिटल मुंबई में ही चल रहा था निलेश के पास ऋषभ 6 वर्ष तथा ईसी ना 3 वर्ष यही एक लड़का व एक लड़की थी मुंबई में ही उनके परिवार के काफी लोग रहा करते हैं वहीं पर कामायनी ट्रेन से लगभग 9:00 बजे रात उतार कर शव का दाह संस्कार कर दिया गया इधर गांव में सूचना मिलते ही शोक की लहर सी दौड़ गई उनकी पत्नी संगीता का रो-रो कर बुरा हाल है