होली का नाम लेते ही मानो तन-मन रंग जाता है- वंदना श्रीवास्तव
होली का नाम आते ही तन और मन जैसे रंगों से नहा उठता है, लेकिन आज की पीढ़ी त्योहारों के वास्तविक स्वरूप ही भूल...
भाष्कर जी …! शब्दों और सोच में यह कैसी गिरावट
भाष्कर जी ... विधानसभा चुनाव के पूर्व नेशनल इण्टर कालेज में हुये एक कार्यक्रम में भाजपा के तत्कालीन काशी प्रान्त अध्यक्ष आचार्य लक्ष्मण ने...
होली के त्यौहार का बदला स्वरुप- अलका पाण्डेय
पहले होली मेल मिलाप और प्रेम का प्रतीक व वैमनस्य को भुलाने का त्यौहार माना जाता था।
पर आज इसका स्वरुप बदल रहा है घर...
मन की बात : लाइलाज बना मुह का बवासीर : अभिषेक प्रकाश
बवासीर अद्भुत बीमारी है! गज़ब के प्रतीकों को सहेजे हुए है। जब से एक टीवी चैनल के प्रोग्राम में दो गेस्ट आपस मे भीड़...
कानून के साथ मानसिकता में भी परिवर्तन होना जरूरी है
देश की बेटियों व महिलाओं के लिये 21 अप्रैल 2018 का दिन ऐतिहासिक रहा क्योंकि भारत सरकार की कैबिनेट ने इस दिन बेटियों व...
बंटवारे पर बदलें बचावी विदेशनीति तभी अमन चैन
करतारपुर कोरिडोर के उद्घाटन अवसर पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा कुछ विवादित मुद्दों के उल्लेख को अनावश्यक, नकारात्मक व चिंताजनक मानना भारी...
मन की बात : खतरनाक खेल पबजी पर तत्काल पाबंदी लगाए सरकार- संजय शर्मा
मुंबई के युवा समाजसेवी एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रेरणा स्रोत संजय कल्पनाथ शर्मा ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति के माध्यम से देश के...
छात्र-छात्राओं पर बढते दबाव के दुष्परिणाम
सत्यप्रकाश मिश्रा
मैने कभी नही सुना कि अमेरिका में बोर्ड इग्जाम के रिजल्ट आ रहे हैं या यूके में लड़कीयो ने बाजी मार ली है...
मन की बात: बिहार मे बिगड़े हालात – अशोक कुमार शर्मा
वास्तव में हम लोग अंधे और बहरे हैं। जो बिना भावार्थ समझे ही भावनात्मक नारों के पीछे भाग लेते हैं, जैश्रीराम, नारा लगता है...
किसान विरोधी आर्थिक नीति या सरकार- राजेन्द्र प्रसाद ठाकुर
भारत देश की 80% जनसंख्या गांव में रहती है और खेती-बारी, पशु-पालन वह तरह-तरह के कुटीर उधोग करके अपना जीवन यापन करते है। शेष...