मानव रोग ग्रस्त हैं किन्तु मृत्यु ही अंतिम सत्य है-चंद्रवीर यादव
आज जिस प्रकार से हम सभी अनुभव कर रहे हैं, ढाई हजार साल पहले लुंबिनी में राजपरिवार में जन्मे सिद्धार्थ ने जब देखा कि...
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कवि मंगेश पेडामकर कहते हैं कुछ ऐसे
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कवि, लेखक, समाजसेवी, म्युनिसिपल मजदूर यूनियन मुंबई उपाध्यक्ष मंगेश पेडामकर ने संपूर्ण भारत की महिलाओं को हार्दिक शुभकामनायें एवं बधाईयाँ...
महिला दिवस पर प्रधानमंत्री को महिला जीवन संघर्ष,आप बीती कहानी,आरती की जुबानी
माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को सादर प्रणाम के साथ आज इस मंच का सहारा लेते हुए मैं भी मेरा जीवन संघर्ष साझा...
मकर संक्रान्ति अब 15 जनवरी को ही क्यों- चंद्रकला ब शर्मा
वर्ष 2008 से 2080 तक प्रारंभ में लीप ईयर को छोड़ कर मकर संक्राति 15 जनवरी को होगी।
विगत 72 वर्षों से (1935 से) प्रति...
विकलांगता के लक्षण एवं सुझाव- मंगेश पेडामकर
विकलांग दिवस पर चर्चा करते हुए समाजसेवी मंगेश पेडामकर ने विस्तृत जानकारी देते हुए कुछ तथ्य रखे और भारत सरकार से विकलांग मुक्त भारत...
विजयादशमी बुराई पर अच्छाई की जीत-हौसिला प्रसाद शर्मा
विजयादशमी, यानि कि बुराई पर अच्छाई की विजय का दिन। पता नहीं कितने वर्षों से काल का पहिया यूँ ही घूमता हुआ हर वर्ष...
डिजीटल कैमरे से शुरू हो भ्रष्टाचार रोकने की कवायद
हम आए दिन रोज हम अखबारों, न्यूज चैनलों और मिडिया के माध्यम से पढते रहते हैं कि फलाँ कर्मचारी रिश्वत लेते पकड़ा गया, फलाँ...
जीवन में विपश्यना की अनिवार्यता और सत्यनारायण गोयनका की भूमिका- चंद्रवीर यादव
आज हम जिस दुनिया में जी रहे हैं। उस दुनिया में विपश्यना उसी प्रकार से जरूरी है जिस प्रकार से प्यासे के लिए पानी।...
14 सितंबर को हिंदी दिवस क्यों मनाते हैं-चंद्रवीर बं.यादव
हिंदी माध्यम में पढ़ने और जीवन में आगे बढ़ने का संकल्प हिंदी दिवस पर लें। 14 सितंबर 1949 को हिंदी को संघ की राजभाषा...
समाज सरकार के समक्ष एकता अखंडता का परिचय दे-राजेन्द्र प्रसाद ठाकुर
मैं राजेंद्र प्रसाद श्याम नारायण शर्मा (ठाकुर) मईडीह मडियाहूं जौनपुर उत्तर प्रदेश में जन्मा और जीवन यापन मुंबई में कर रहा हूँ। संघर्ष करने...