मन की बात: बिहार मे बिगड़े हालात – अशोक कुमार शर्मा
वास्तव में हम लोग अंधे और बहरे हैं। जो बिना भावार्थ समझे ही भावनात्मक नारों के पीछे भाग लेते हैं, जैश्रीराम, नारा लगता है...
कोचिंग के बाजारवाद ने सफर किया मुश्किल
प्रयागराज से अंकित मिश्रा
मिर्गिसिरा (गाव में जून के पहले सप्ताह में पड़ने वाली प्रचण्ड गर्मी को बोलते हैं) के तपन से शरीर गर्म दूध...
अश्व पर सवार होकर पहुंचे संसद- लालबहादुर यादव “कमल”
मोदी जी ने भारतीय राजनीति का व्याकरण और राजनीतिशास्त्र के मानक ही बदल दिए। इस चुनाव में मोदी के वोटों के अश्वमेध के अश्व...
आदमी का बच्चा- वंदना श्रीवास्तव
लघुकथा
सुमन(मेरी गृहकार्य सहायिका) 2 महीने की छुट्टी पर गाँव जा रही है। अपने स्थान पर कार्य करने के लिए किसी को लेकर आई है।...
आगे आकर सभी संगठित हो एकसूत्र में बंधने का प्रयास करें- राजेन्द्र प्रसाद ठाकुर
स्वजातीय भाइयों एवं बहनों से सर्वथा उचित मार्ग पर चलने की अपील करता रहा हूँ. इसी भावना के तहत राजनीतिक तिरस्कार सामाजिक अपमान आर्थिक...
देश के अन्दर बैठे गद्दारों से निपटना पहले जरूरी
महाराष्ट्र दिवस के मौके पर महाराष्ट्र के गढचिरौली में कूरखेडा के पास नक्सलियों ने महाराष्ट्र पुलिस कमांडो के वाहन को लैंड माइंस ब्लास्ट से...
रामधारी सिंह “दिनकर” एक विद्रोही कवि के साथ राष्ट्रकवि थे- श्रीमती आभा दवे
हिंदी साहित्य जगत के राष्ट्रकवि एवं जन कवि श्री रामधारी सिंह दिनकर जी की आज पुण्यतिथि है। दिनकर जी ने साहित्य में जो नाम...
राजतंत्र में राजतिलक होता था, लोकतंत्र में आम चुनाव होता है- डाॅ.गिरीश कुमार वर्मा
किसी ने सुहाग को नहीं देखा मगर मान लेते हैं कि मांग का सिंदूर सुहाग है। किसी ने गणपति को नहीं देखा लेकिन मान...
भारत के इतिहास का स्वर्णयुग की आधारशिला नंदों ने रखी थी- डाॅ• गिरीश कुमार...
सैन समाज के साहित्यकार, इतिहासकार, हिंदी भाषा के महान कवि परम आदरणीय कवि डाॅक्टर गिरीश कुमार वर्मा सब के प्रणेता द्वारा नन्द वंश के...
हम कहाँ आ गये ?
तिरछी नज़र......
परम आदरणीय, आपके जादुई व्यक्तित्व का चमत्कार कहें या अपने अन्दर आपके प्रति अन्ध आस्था... हर दल/सरकार से तिरस्कृत हम सवर्ण एक खेवनहार...