व्रत,उपवास पर्व त्यौहारोंका था पर होली – डाॅक्टर मीरा पांडे
भारतीय परिवेश में पर्वो और त्योहारों का आना व् मनाना सम सामयिक ,प्रासंगिक एवं आत्मिक विकास ,आत्मबोध ,का द्योतक माना जाता है। जीवन की...
लाक डाउन सीखा रहा है संतुलित जीवन-आनंदश्री
महीना होने जा रहा है लॉक डाउन को, जीवन में समता यानी संतुलन बहुत जरूरी है। लेकिन अधिकांश लोगों का जीवन असंतुलित बना हुआ...
रामधारी सिंह “दिनकर” एक विद्रोही कवि के साथ राष्ट्रकवि थे- श्रीमती आभा दवे
हिंदी साहित्य जगत के राष्ट्रकवि एवं जन कवि श्री रामधारी सिंह दिनकर जी की आज पुण्यतिथि है। दिनकर जी ने साहित्य में जो नाम...
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कवि मंगेश पेडामकर कहते हैं कुछ ऐसे
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कवि, लेखक, समाजसेवी, म्युनिसिपल मजदूर यूनियन मुंबई उपाध्यक्ष मंगेश पेडामकर ने संपूर्ण भारत की महिलाओं को हार्दिक शुभकामनायें एवं बधाईयाँ...
कुछ बिना कारण ही करो-हरीश सिंह( हरिवंश)
मोदी जी ने कहा है कि 5 अप्रैल को 9 बजकर 9 मिनट के लिए लाइट बंद रखिए। दीपक जलाईए। इसके पीछे क्या लॉजिक...
कामायनी के सुरियावां ठहराव पर राजनीति कितनी उचित: मन की बात
भदोही। सुरियावां स्टेशन पर कामायनी एक्सप्रेस के ठहराव के लिए जिस प्रकार से भदोही सांसद और विधायक द्वारा जो राजनीतिक प्रचार किया जा रहा...
आम जनता की जिम्मेदारी से हीं मिलेगा सच्चा न्याय
जंतर-मंतर पर सुशांत सिंह राजपूत को न्याय दिलाने के लिऐ जनसैलाब उमड़ पडा हैं। जों लोग ये चिल्ला रहें हैं कि देश में और...
क्या आप भारत के सच्चे नागरिक हैं ? – मंजू सराठे
चौंक गए ना? कि यह कैसा सवाल है ?आपका उत्तर होगा हांँ, हांँ बिल्कुल हैं। यदि हांँ, तो क्यों आप लोग इस तरह गैर...
समाज सरकार के समक्ष एकता अखंडता का परिचय दे-राजेन्द्र प्रसाद ठाकुर
मैं राजेंद्र प्रसाद श्याम नारायण शर्मा (ठाकुर) मईडीह मडियाहूं जौनपुर उत्तर प्रदेश में जन्मा और जीवन यापन मुंबई में कर रहा हूँ। संघर्ष करने...
सावन की तीज की महत्ता- मंजू गुप्ता
लघुकथा
भारतवर्ष में हर त्योहार मौज मस्ती, खुशियों से भरा होता है। सावन शुक्ल की तीज भारत में हर्षोल्लास के साथ मनायी जाती है। सावन...