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भारत में 46 प्रतिशत महिलाएं माहवारी में लेती हैं दफ्तर से छुट्टी: सर्वे

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भारत में 60 प्रतिशत महिलाएं माहवारी में नहीं कर पाती तैराकी – एवेरटीन सर्वे का खुलासा

Puneet Khunge
विकसित भारत में 60% क्रियाशील महिलाएं मासिक धर्म के दौरान तैराकी, योग, नृत्यकला, जिम इत्यादि कार्यकलाप नहीं कर पातीं. यह खुलासा हुआ है फेमिनिन हाइजीन प्रोडक्ट्स ब्रांड एवेरटीन के तीसरे मेन्स्त्रुअल हाइजीन सर्वे में, जिसमें देश के 85 शहरों से 2000 से ज्यादा महिलाओं में हिस्सा लिया।

लगभग आधी कामकाजी महिलाओं (49 प्रतिशत) ने कहा की माहवारी के दौरान वे काम पर ध्यान नहीं दे पातीं, जबकि 58% महिलाओं का कहना है की पीरियड्स उनकी कर्यषमता पर कुछ असर डालते हैं. 8 प्रतिशत महिलाओं ने तो यहाँ तक माना की पीरियड्स की वजह से उन्हें दफ्तर में काम ठीक से ना करने की वजह से आलोचना भी झेलनी पड़ी.

एवेरटीन मेनस्ट्रउअल सर्वे 2018 में यह भी सामने आया की भारत में 46 प्रतिशत महिलाएं मासिक धर्म के दौरान काम से अनुपस्थित रहती हैं.

जहाँ एक और सेनेटरी प्रोडक्ट चुनते हुए सुविधा 52.1 प्रतिशत पर सबसे बड़े प्रमुख कारण के रूप में उभरा, वहीँ सर्वेक्षण में यह भी दिखा की 83 प्रतिशत महिलाएं पीरियड्स को सुखदायी बनाने के लिए नए प्रोडक्ट्स को नहीं खोज रहीं हैं. फलस्वरूप 92% महिलाएं अभी भी सेनेटरी नैपकिन से ही काम चला रही हैं, और 70 फ़ीसदी महिलाओं के मन की शांति पीरियड्स में भंग हो जाती है. 66% ने तो यह भी कहा की उन्हें पीरियड्स में डिप्रेशन होने लगता है. एक तिहाई महिलाओं ने माना की मासिक धर्म होने पर वो बाहर आने जाने वाले काम जैसे पार्टी, पारिवारिक समारोह या डेट पे जाने में संकोच महसूस करती हैं. 79 प्रतिशत महिलाओं ने माना की पीरियड्स के दौरान उनके कपडे पहनने के स्वभाव में परिवर्तन आ जाता है और उन्हें यह चिंता रहती है कि क्या पहने और क्या नहीं.

वेट एंड ड्राई पर्सनल केयर के प्रमुख हरिओम त्यागी ने बताया की ऐसा इस लिए है की अधिकतर भारतीय महिलाएं अभी भी नवीनतम मेनस्ट्रयूअल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल नहीं कर रही हैं. सर्वेक्षण में पाया गया की केवल 7% शहरी महिलाएं ही टैम्पोंस और मेनस्ट्रयूअल कप्स प्रयोग करती हैं. 75% महिलाओं को तो यह जानकारी भी नहीं थी की अमरीका और इंग्लॅण्ड जैसे विक्सित देशों में टैम्पोंस महिलाओं की पहली पसंद हैं!

जानकारी के इस अभाव की वजह से महिलाओं को माहवारी में काफी दिक्कत झेलनी पड़ती है. सर्वे में पाया गया की लगभग 49 प्रतिशत महिलाओं को साल में एक से ज्यादा बार पीरियड्स के दौरान किसी न किसी स्त्रीरोग का शिकार होना पड़ा. इनमें से 42 प्रतिशत महिलाओं को तो साल में तीन से ज्यादा बार योनी संक्रमण की समस्या रहती है.

एवेरटीन भारत में सेनेटरी उत्पादों की सबसे बड़ी श्रंखला वाली ब्रांड है. इसके प्रोडक्ट्स में टैम्पोंस, मेनस्ट्रयूअल कप्स, सेनेटरी नैपकिन पैड्स, इंटिमेट वाइप्स, फेमिनिन इंटिमेट वाश, डेली पैंटीलाइनर्स, बिकिनी लाइन हेयर रेमुवर क्रीम, और वैजायिनल टाइटनिंग जेल शामिल हैं. एवेरटीन मेनस्ट्रउअल सर्वे 2018 मासिक धर्म सम्बन्धी जानकारी मुहैया कराने के लिए तीसरा सर्वे है.

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