Home मुंबई अंधरोशनी (डिमलाईट रोशनी) से जूझता एक शहर

अंधरोशनी (डिमलाईट रोशनी) से जूझता एक शहर

कल्याण मुंबई से सटे उपनगर के इस ईलाके मे बरसात के मौसम शुरू होते ही विभिन्न क्षेत्रो के निवासियो के घर के बल्ब, टयूबलाईट टिमटिमाने लगते है। फ्रीज की तो बाते ही छोङे पंखो के ब्लेड या पत्तियों को चलते हुए पोजीशन में भी गिने जा सकते है।
यह हाल है उक्त क्षेत्र के कैलाशनगर परिसर का उस साईशक्ति काँलोनी के साई मंदिर सहित अगल बगल के परिसर का जिसके एक बगल विजय गुप्ता की जनरल स्टोर्स की दूकान है तो दूसरी तरफ पिंटू मिश्रा एवं मंदिर के वर्तमान पुजारी अनिल तिवारी का निवास स्थान है तथा परिसर के बायें तरफ नौवीं वर्ग मे पढनेवाले विद्यार्थी पियूष सिंह काघर है जिसका दो वर्षो के अंदर ही दसवीं की परीक्षा है।

बता दें कि स्मार्ट सिटी के रुप मे घोषित इस शहर मे बिजली की समस्या ठीक वैसे ही है जैसे पिछले पन्द्रह वर्ष पहले अंध रोशनी हुआ करती थी। जानकारी के मुताबिक १५ जुलाई को दोपहर ३ बजे के बाद से गुल हुई बिजली शाम ६ बजे से अंधरोशनी की ही सेवाँए दे रही है जिससे न ही कुछ पढाई लिखाई हो सकती है और न ही मोटर पंप चालू कर पानी भरा जा सकता है।

रविवार को काटेमानिवली प्रभाग के बिजली के कार्यालय मे फोन करने के बाद वहां का कर्मचारी बिजली बिल लेकर शिकायत करने की सलाह दी थी जिसकी शिकायत दो औरतें एवं तीन बच्चों ने १६ जुलाई को सुबह तकरीबन ११ बजे संबंधित दफ्तर में करके आए जिसका शिकायत क्रमांक १८८ है, परंतु १७ जुलाई को सुबह के ९ बजे तक भी कोई कर्मचारी शिकायत लेने की सुध भी लेने नहीं आया। इस बीच बार बार दफ्तर मे फोन पर सम्पर्क करने पर वहां के कर्मचारी बङे साहब राठौङ साहब को मिलने की सलाह दे रहे थे साथ ही ऐसी हजारो शिकायते पेंडिंग पङे है ऐसा रोना रो रहे थे।

बता दें कि शिकायत दर्ज करानेवाले काफी गुस्से में थे जो चिंचपाङा, विजयनगर और कोलशेवाङी क्षेत्रों से भी आए थे जिन क्षेत्रो मे भी डिमलाईटे की ही अधिकतर शिकायते थी। ईक्कीसवीं सदी मे पहुँचा भारत की आर्थिक राजनाधी मुंबई से सटे कल्याण में अगर बिजली पानी की ऐसी सुविधाँए मिल रही है तो दूर दराज के गांव खेरा में बसे नागरिकों का क्या हाल होगा, यह विषय चिंतनीय है।

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